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मेरी रुचि पर निबंध (Essay On My Hobby In Hindi)

Essay On My Hobby In Hindi

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मेरी रुचि पर 10 लाइन का निबंध (10 Lines On My Hobby In Hindi)

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इस व्यस्त जीवन में इंसान कुछ पल अपने लिए जरूर निकालता है जिसमें वह अपने पसंद की चीजें कर सके या फिर अपनी पसंदीदा रुचि का अभ्यास करे। इससे उसे खुशी मिलती है और साथ ही तनाव भी कम होता है। बच्चे हों या बड़े हर कोई काम और पढ़ाई में व्यस्त रहता है लेकिन कुछ समय अपने लिए निकालना भी जरूरी है ताकि बाद में और मन लगाकर काम किया जा सके। इसे ही रूचि, शौक या हॉबी कहा जाता है। वैसे तो किसी भी शौक की आदत बचपन से लोगों को होती है, कुछ लोग उस शौक को पेशा बना लेते हैं और कुछ मनोरंजन का साधन। इस तनावपूर्ण जिंदगी में अगर कुछ पल खुशी के मिल रहे हैं तो उससे इंकार करना सही नहीं होता है। अलग-अलग व्यक्तियों के शौक भी विभिन्न होते हैं। किसी को क्रिकेट खेलना पसंद है, किसी को डांस, कोई नई किताबें पढ़ता है तो कोई कलाकारी में रुचि दिखाता है। बच्चों की दिलचस्पी अक्सर नई-नई रुचियों में देखी जाती है। स्कूल में यदि बच्चों से उनके पसंदीदा शौक के बारे में विस्तार से लिखने को कहा जाता है तो वे हमारे द्वारा लिखे इस लेख की मदद ले सकते हैं, जिससे उन्हें सही ढंग से लिखने का तरीका भी सीखने को मिलेगा। यहां अपने पसंदीदा शौक पर निबंध कैसे लिखना है इसके लिए विभिन्न शब्द सीमा में कुछ सैंपल दिए गए हैं। 

रुचि एक ऐसी मनोरंजक आदत है जो आपके व्यस्त दिन में खुशी लेकर आती है। इससे आपका मानसिक तनाव तो दूर होता ही है बल्कि आप अगली बार और बेहतर ऊर्जा के साथ कार्य करते हैं। रुचियां कई प्रकार की होती हैं, यह आप पर निर्भर है कि आपको किस चीज में दिलचस्पी है। किसी को नृत्य करना पसंद होता है तो किसी को कला और शिल्प में रुचि होती है। चलिए इन दोनों से जुड़ी 10 लाइनों के बारे में आपको बताते हैं।

नृत्य (डांस)

  • मेरी पसंदीदा रुचि नृत्य करना है। 
  • पढ़ाई के तनाव को दूर करने और खुशी के कुछ पल जीने के लिए मैं नृत्य करती हूं। 
  • स्कूल, कोचिंग आदि के बीच मैं हर दिन आधा घंटा नृत्य के लिए निकालती हूं। 
  • नृत्य मुझे स्वस्थ और तनाव मुक्त रहने में मदद करता है। 
  • नृत्य मेरा जुनून है और आगे जाकर मैं एक डांसर या कोरियोग्राफर बनना चाहती हूं। 
  • नृत्य करने से मेरा शरीर लचीला और फिट रहता है। 
  • नृत्य अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का एक प्रभावी तरीका है। 
  • ग्रुप डांस करने से हमें टीम के साथ काम करने की प्रेरणा मिलती है। 
  • नृत्य प्रतियोगिता में भाग लेने से मुझे कई पुरस्कार भी मिले हैं। 
  • मेरे माता-पिता मेरे नृत्य के शौक को लेकर समर्थन करते हैं।   

कला और शिल्प (आर्ट और क्राफ्ट)

  • मुझे कला और शिल्प में बेहद रुचि है। 
  • खाली समय में मैं रचनात्मक कलाकारी करती हूं और कुछ नया बनाती हूं। 
  • स्कूल में भी मैंने आर्ट एंड क्राफ्ट का विषय चुना हुआ है। 
  • कला और शिल्प मेरी कलात्मक क्षमताओं का विकास करते हैं। 
  • कला और शिल्प के माध्यम से मैं अपनी भावना व्यक्त कर सकती हूं। 
  • इसकी मदद से मेरा दिमाग और मन शांत होता है। 
  • यह मुझे काल्पनिक चीजों को वास्तविकता में रूप देने में मदद करती है। 
  • इस रुचि के माध्यम से धैर्य रखने की आदत बनती है। 
  • इस एक्टिविटी को हर उम्र के लोग अपना सकते हैं। 
  • इसकी मदद से हम चीजों का पुनः उपयोग करना और उनका मूल्य बढ़ाना सीखते हैं।  

बचपन से लोगों को घूमने, टीवी देखने, किताबें पढ़ने, चित्रकारी करने आदि का शौक होता है। लेकिन मुझे कम उम्र से ही नृत्य में दिलचस्पी रही है। ऐसे अगर आपको भी नृत्य करना पसंद है और अपने इस पसंदीदा शौक के बारे में निबंध लिखना चाहते हैं, तो हमारे इस लेख की मदद लें और इससे अच्छे शब्दों अथवा वाक्यों का चुनाव करें। 

मैं जब छोटी थी, मुझे तब से ही नृत्य करने का शौक था। जब लोग मुझे डांस करते हुए देखते थे तो वे बहुत खुश होते और तालियां बजाते थे। इसी खुशी का अनुभव करते-करते मैं बड़ी हुई और मुझे पता चला नृत्य मेरे जीवन का एक अहम हिस्सा और पसंदीदा शौक बन गया है। मैं चाहे जितना भी व्यस्त क्यों न हो जाऊं लेकिन अपने डांस के लिए दिन भर के 24 घंटों में से कुछ समय निकाल लेती हूं। मैं अब बड़ी कक्षा में पढ़ती हूं और मेरी पढ़ाई का तनाव भी काफी बढ़ गया है। लेकिन यह नृत्य मुझे इस तनाव को कम करने में मदद करता है। इसे रोजाना करने से यह मुझे शारीरिक रूप से स्वस्थ तो रखता ही है साथ ही मेरा मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। नृत्य करने के बाद मैं तरोताजा महसूस करती हूं, जिसके बाद पढ़ाई अच्छे से हो जाती है। डांस सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं है बल्कि यह कई बार अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का जरिया भी बनता है। व्यक्ति जब अधिक तनाव में होता है, तो नृत्य कई बार उसके मन को शांत करने का काम करता है। नृत्य करने से शरीर में लचीलापन और संतुलन बनता है, जो कि हमें फिट रखता है। कभी-कभी डांस किसी एक चीज पर एकाग्रता बनाए रखने में मदद करता है। आप अकेले डांस करते हैं या फिर ग्रुप के साथ यह आपकी पसंद है। लेकिन जब व्यक्ति एक ग्रुप के साथ डांस करता है तो उसे टीम वर्क समझ में आता है और यह भी कि बिना टीम वर्क के जीत हासिल करना मुश्किल है। मैं बहुत कम उम्र से नृत्य की दुनिया में हूं और मैंने बचपन से ही कई प्रतियोगिताओं में भाग भी लिया और पुरस्कार भी जीते हैं। मेरे माता-पिता बचपन से मुझे इसमें समर्थन देते रहे हैं और आगे भी वो मेरा साथ ऐसे ही देंगे। नृत्य सिर्फ मेरा शौक ही नहीं बल्कि जूनून भी बन गया है और मैं बड़ी होकर एक बेहतरीन नृत्यांगना और कोरियोग्राफर का बनने का सपना देखती हूं।   

Meri ruchi par nibandh

आप सभी को किसी न किसी चीज का शौक जरूर होगा, यदि है तो यह बहुत अच्छी बात है क्योंकि ऐसे में आप अपने खाली समय का सही उपयोग कर सकेंगे। फिर चाहे आप ज्ञानवर्धक किताबें पढ़ें या कोई खेल सीखें। ऐसे में अगर आपके बच्चे को डांस में दिलचस्पी और वह मेरे शौक पर निबंध लिखना चाहता है लेकिन समझ नहीं आ रहा कि कैसे शुरुआत करें तो नीचे 400-600 शब्द सीमा का निबंध का नमूना दिया गया है। इस निबंध को एक बार अपने बच्चे को जरूर पढ़ाएं। 

प्रस्तावना 

दुनिया भर में जितने लोग हैं, सभी के अलग-अलग शौक होते हैं, जैसे चित्रकारी, क्रिकेट, बागवानी, खाना बनाना, किताबें पढ़ना, कला व शिल्प, संगीत सुनना आदि। वैसे ही मुझे भी हमेशा से डांस करने का शौक रहा है। जब मैं ऊबने लगती हूं या फिर मेरा मन पढ़ाई करने का नहीं होता है तो मैं टीवी या स्पीकर पर तेज आवाज में गाने लगाकर नृत्य करती हूं। डांस करने से मैं खुद हल्का, फुर्तीला और तनावमुक्त महसूस करती हूं। ऐसा करने से हम समय बर्बाद नहीं करते बल्कि कुछ नया सीखकर उसका बेहतर उपयोग करते हैं। 

मेरी रुचि ‘नृत्य’ का महत्व

जिन लोगों को नृत्य पसंद है, उनके लिए संगीत और डांसर किसी प्रेरणा से कम नहीं होते हैं। आप चाहे जितना पढ़ाई करें या ज्ञान हासिल करें लेकिन जीवन में कुछ पल ऐसे होते हैं जिनमें आपको अपने मन को शांत और तनाव से दूर करना होता है। कहते हैं डांस और गाने सुनकर लोगों का काफी स्ट्रेस कम होता है। डांस एक मुरझाए हुए व्यक्ति के जीवन में खूबसूरत बरसात के समान होता है। यह न सिर्फ आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाता है बल्कि आप शारीरिक रूप से स्वस्थ बने रहते हैं। आप एक्सरसाइज भले न करें लेकिन अगर 24 घंटे में आप आधा घंटा भी डांस कर रहे हैं, तो आपका शरीर फिट रहेगा। 

नृत्य के प्रकार 

भारतीय नृत्य 2 प्रकार के होते हैं – शास्त्रीय और लोकसंगीत पर आधारित। शास्त्रीय नृत्य में कत्थक, भरतनाट्यम, मोहिनीअट्टम, ओडिसी आदि प्रकार आते हैं। वहीं लोकसंगीत आधारित नृत्य में गरबा, लावणी, छाऊ आदि की गिनती होती है। इसके अलावा पश्चिमी डांस के प्रकार जैसे हिप-हॉप, टैंगो और बॉलीवुड नृत्य भी बेहद लोकप्रिय डांस शैलियां हैं। इनमें से हर नृत्य प्रकार के अपने गुण और फायदे हैं। डांस सिर्फ एक शौक नहीं रह गया है बल्कि इस क्षेत्र में खूब नाम भी कमाया जा सकता है। इसलिए लोग नृत्य को अपनी आजीविका का साधन भी बना लेते हैं।

हर व्यक्ति अपने जीवन में कोई न कोई शौक अपनाता ही है। क्योंकि शौक हमारे मनोरंजन का साधन होता है और अपनी तनाव भरी जिंदगी में कुछ पल आनंद भरे होने चाहिए। रोज वही दिनचर्या अपनाने से व्यक्ति अपने जीवन से ऊबने लगता है, इसलिए जीवन शैली में बदलाव होना जरूरी है। दुनिया बहुत बड़ी है और हर किसी की अपनी-अपनी पसंद, शौक और कामनाएं होती है। किसी को किताबें पढ़ना पसंद होता है वहीं कुछ लोग किताब पढ़ने को एक उबाऊ कार्य मानते हैं। इसलिए इंसान की जैसी मनोदशा और सोच होती है उसे उसी प्रकार के शौक में दिलचस्पी होती है। लेकिन हर व्यक्ति को अपने इस व्यस्त जीवन से कुछ पल खुद के लिए निकालने जरूर चाहिए ताकि वह जिंदगी को मन से जी सके न कि सिर्फ एक औपचारिकता निभाए। 

  • नृत्य करने वाले बेहद अनुशासित, केंद्रित और मेहनती व्यक्तित्व वाले लोग होते हैं। 
  • एक स्टडी के अनुसार नृत्य हमारे मन और शरीर का तनाव कम करता है। 
  • नृत्य को भारत में धर्म और संस्कृति का एक अहम हिस्सा माना गया है।
  • भारतीय पारंपरिक कथाओं के अनुसार भारत में नृत्य की शुरुआत देवताओं के काल में हुई थी।  
  • नृत्य के महत्वपूर्ण पांच तत्वों में शरीर, क्रिया, स्थान, समय और ऊर्जा शामिल हैं।
  • कला और शिल्प की शिक्षा बच्चों के रचनात्मक और मोटर कौशल को बेहतर करती है।
  • कला और शिल्प से बच्चे की कल्पना करने की शक्ति बेहतर होती है। 

इस निबंध से यह सीख मिलती है कि अपने काम और पढाई के साथ-साथ लोगों को अन्य गतिविधियों का हिस्सा भी बनना चाहिए ताकि जब वे तनाव में हों या परेशान हों तो तनाव मुक्त करने के लिए एक आदत उनका मनोरंजन कर सके। इतना ही नहीं खाली समय में आप नई कला, बेहतर ज्ञान, और स्वस्थ शरीर भी हासिल कर सकते हैं। इसलिए शौक जरूर रखें लेकिन अपनी पसंद के अनुसार ताकि आप उसका मन से आनंद उठा सकें। 

1. अंग्रेजी शब्द हॉबी की उत्पत्ति कब और कैसे हुई थी?

13वीं शताब्दी में हॉबी शब्द का तात्पर्य छोटे घोड़े से था और बाद में इसका वर्णन एक शौकीन घोड़े के रूप में किया गया। लेकिन बाद में इसको आधुनिक अर्थ दिया गया जो कि पसंदीदा मनोरंजन और शौक हो गया।

2. दुनिया का सबसे पुराना शौक कौन सा है?

दुनिया का सबसे पुराना शौक सिक्कों को इकट्ठा करना है, जिसे मुद्राशास्त्र भी कहा जाता है।

3. भारत में ‘फादर ऑफ डांस’ किसे माना जाता है?

उदय शंकर को भारत के मॉडर्न डांस का जनक माना जाता है, इन्हें ‘आधुनिक नृत्य का संस्थापक’ का सम्मान मिला है।

4. रुचि रखने के क्या फायदे हैं?

किसी शौक को अपनाने से व्यक्ति अपने लक्ष्य के प्रति अधिक एकाग्र रहता है और खाली समय में आने वाले नकारात्मक विचारों से भी बचा रहता है।

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मेरे शहर पर निबंध (My City Essay in Hindi)

My City

मेरा शहर सिर्फ इतना ही नहीं है जितना मैं अपनी जगह पर रहता हूं बल्कि वह मेरी पहचान का एक अनिवार्य हिस्सा भी है। प्रत्येक व्यक्ति की अपने शहर की अच्छी यादें जुड़ी हैं और वे हमेशा किसी व्यक्ति के जीवन का हिस्सा बनी रहती हैं। मेरे लिए मेरा शहर एक ऐसा स्थान है जहां मैंने अपने बचपन का अधिकांश समय गुज़ारा है। यह एक ऐसी जगह है जिससे मैं प्यार करता हूं और मेरा सारा जीवन गुज़ारना चाहता हूं। यह एक ऐसी जगह है जिससे मैं जुड़ा हुआ हूं।

मेरे शहर पर छोटा व बड़ा निबंध (Long and Short Essay on My City in Hindi, Mere Shahar par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (300 शब्द).

मैं सिर्फ 2 साल का था जब मेरे माता-पिता नोएडा में स्थानांतरित हो गए थे। नोएडा एक नियोजित शहर है जो कि भारत के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का एक हिस्सा है। यह शहर 17 अप्रैल 1976 को अस्तित्व में आया था और दिन से हर साल इस दिन को नोएडा दिवस के रूप में मनाया जाता है।

मेरा शहर मेरी लाइफ़लाइन

मैं पिछले 12 वर्षों से नोएडा में रह रहा हूं। मुझे अभी भी हमारा पुराना घर याद है जहां मैंने अपने जीवन के 3 साल बिताए थे। यद्यपि मैं उस समय बहुत ही छोटा था पर अभी भी मेरे मन में अपने दोस्तों की यादें ताज़ा हैं जो हमारे पड़ोस में रहते थे।

हम पहले 3 वर्षों के लिए किराए के आवास में रहे और फिर एक सभी सोसाइटी में हमारे अपने फ्लैट में चले गए जिसमें सभी आधुनिक सुविधाएं मौजूद थी। मेरा विद्यालय मेरे घर से सिर्फ 3 किमी की दूरी पर है और मेरे माता-पिता का कार्यालय भी करीब है।

नोएडा अपने बड़े मॉल और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के लिए जाना जाता है। दिल्ली और एनसीआर के अन्य हिस्सों के लोग विशेष रूप से इन मॉलों में अपने परिवार और दोस्तों के साथ अच्छा समय बिताने के लिए आते हैं। मैंने इन सभी मॉल को देखा है और यहाँ व्यतीत किए गए मजेदार समय का आनंद लिया है। हम फ़िल्में देखने, गेम खेलने और परिवार के रात्रिभोज के लिए इन मॉल में जाते थे। चूंकि पिछले कुछ महीनों से मेरे माता-पिता ने मुझे दोस्तों के साथ मॉल में जाने की इजाजत देनी शुरू कर दी है हालांकि वे मुझे मेरे घर से ले जाते हैं और मुझे यहीं छोड़ जाते हैं। इन मॉल की यात्रा बेहद रोमांचक हैं। मुझे विशेष रूप से इन मॉल पर बोलिंग और एयर हॉकी जैसे विभिन्न गेम खेलने से प्यार है।

नोएडा फूड़ीज़ डिलाईट

नोएडा निश्चित रूप से फूड़ीज़ डिलाईट है। आस-पास के कई कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों की वजह से नोएडा स्वादिष्ट सड़क भोजन का केंद्र है। सभी प्रकार के खाद्य पदार्थ, लखनऊ कबाब से चीनी मोमोस तक – यहां उपलब्ध सभी चीजें बहुत स्वादिष्ट हैं।

मेरा शहर देश के सबसे अधिक रोमांचक शहरों में से एक है। सब कुछ यहाँ बहुत मज़ेदार है। मैं चाहता हूं कि यहां की सरकार महिला सुरक्षा को भी मजबूत करे।

निबंध 2 (400 शब्द)

लखनऊ शहर में मेरा जन्म हुआ है। यह वह जगह है जहां मेरा परिवार और विस्तारित परिवार रहता है। जब मैं 10 साल का था तब से हम यहाँ रह रहे हैं लेकिन लगभग 2 साल पहले हमें मेरे पिताजी के व्यवसाय की वजह से राजस्थान में स्थानांतरित होना पड़ा। मैं और मेरे माता-पिता उदयपुर, राजस्थान में रहने लगे लेकिन मेरे दादा दादी लखनऊ में ही रहते थे। हालांकि मेरे पिता की परियोजना पूरी हो चुकी है और जल्द ही हम लखनऊ लौट जाएंगे। मैं अपने तेरहवें जन्मदिन को अपने ही शहर में मनाऊंगा और इसके बारे में मैं बेहद उत्साहित हूं।

लखनऊ की मेरी प्रारंभिक यादें

हम एक संयुक्त परिवार में रहते थे। मैं अपने माता-पिता और दादा दादी के साथ रहता था। लखनऊ की मेरी शुरुआती यादें मेरे दादा-दादी, उनकी कहानियों, लखनऊ की सड़कों और आसपास के बाजारों की सप्ताहांत यात्राओं से संबंधित हैं। मुझे याद है कि मैं सुबह दादाजी के साथ घूमने जाता था जहाँ वे अपने बचपन के अनुभवों के बारे में बताते थे। मुझे बोगनविले प्लांट की ताजगी आज भी याद है जो हमारे पिछवाड़े में लगा हुआ था। मुझे अपनी दादी के साथ शाम को सुंदर सफेद संगमरमर मंदिर पर जाना आज भी याद है। मैं हमारे पड़ोस में सड़क की दुकान पर ताजा तैयार कबाब परमानों की खुशबू आज भी महसूस करता हूँ। अपने माता-पिता के साथ बाज़ार में सप्ताहांत की यात्राओं की याद मेरे जेहन में आज भी ताज़ा हैI हमने खरीदारी की और साथ में खाना खायाI ऐसा करने में हमें बहुत मज़ा आया।

लखनऊ में मेरा पसंदीदा स्थान

लखनऊ अपने बाजारों, अपने शानदार भोजन और सुंदर स्मारकों के लिए जाना जाता है। लखनऊ में मेरा पसंदीदा स्थान इमाम बारा, मरीन ड्राइव, हज़रत गंज बाजार और भूतनाथ बाजार है। मेरे जेहन में इन जगहों की बहुत यादें ताज़ा हैं।

मैंने कई बार इमाम बारा का दौरा किया है। पहली बार जब मैं अपने माता-पिता के साथ इस जगह पर गया था तब मैं बहुत छोटा था। कुछ साल बाद मैंने अपने स्कूल भ्रमण की यात्रा के रूप में इस जगह का दौरा किया। हम उस स्थान भी गए जब मेरी मामी और ममेरे भाई हमारे पास आए थे। मैं इमाम बारा बार-बार जाता हूं और अभी भी इससे बोर नहीं हुआ हूँ।

हम अक्सर शाम में मरीन ड्राइव जाते थे। नदी की तरफ टहलना बेहद मनोरंजक था। मुझे अपनी मां के साथ भूतनाथ और हज़रत गंज बाजार में खरीदारी करना बहुत पसंद थाI हम दोनों प्यार से खरीदारी करते हैं और विभिन्न प्रकार की चीज़ों को खरीदते थे जो वाकई अद्भुत थीI

मैं नवाबों के शहर में वापिस जाने का इंतजार नहीं कर सकता। मैं लखनऊ के स्वादिष्ट कबाब और कोरमा खाने के लिए तरस रहा हूं। मैं शहर में अपनी सभी पसंदीदा जगहों पर जाकर अपने पुराने दोस्तों से मिलना चाहता हूं।

Essay on My City in Hindi

निबंध 3 (500 शब्द)

मैं चंडीगढ़ में रहता हूं। मैं यहाँ पैदा हुआ और बड़ा हुआ तथा मुझे इस जगह की हर चीज़ पसंद है। हमारे देश में सबसे सुंदर मेरा शहर है। यह भारत में सात संघ शासित प्रदेशों में से एक है और यह पंजाब और हरियाणा दोनों की राजधानी भी है।

शहर का इतिहास और उत्पत्ति

चंडीगढ़ भारत का पहला योजनाबद्ध शहर है। इसकी उत्पत्ति स्वतंत्रता के बाद हुई थी। भारत के विभाजन के दौरान पंजाब को दो भागों में बांटा गया था। पंजाब की राजधानी लाहौर को नवगठित पाकिस्तान का एक हिस्सा बनाया गया जिससे राज्य के दूसरे हिस्से के पास कोई राजधानी नहीं रही। पंजाब को राजधानी देने के उद्देश्य से चंडीगढ़ की योजना बनाई गई थी। 1966 में पूर्वी पंजाब से एक नया राज्य बनाया गया था। इसे हरियाणा के रूप में जाना जाने लगा। चंडीगढ़ शहर पंजाब और हरियाणा की राजधानी के रूप में कार्य करता है।

चंडीगढ़ शहर – योजनाबद्ध और संगठित

चंडीगढ़ एक अच्छी तरह से योजनाबद्ध के तहत बनाया जाने वाला शहर जाना जाता है। दुनिया भर में इसके डिजाइन और वास्तुकला के लिए इसकी सराहना की जाती है। चूंकि यह तत्कालीन भारतीय प्रधान मंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के सपनों का शहर था। अमेरिकन आर्किटेक्ट अल्बर्ट मेयर को विशेष रूप से इसे डिजाइन करने के लिए कहा गया था। लोकप्रिय फ्रांसीसी वास्तुकार ले कोर्बुज़िए ने विभिन्न इमारतों की रचना की और शहर की वास्तुकला में योगदान दिया। शहर को विभिन्न क्षेत्रों में बांटा गया है और प्रत्येक क्षेत्र का अपना बाजार और आवासीय क्षेत्र है। शहर में सुंदर पेड़ों की एक किस्म को एक साथ अच्छी तरह से लगाया गया है।

चंडीगढ़ का मुख्य आकर्षण सुखना झील है जो सेक्टर 1 में बनी एक कृत्रिम झील है। यह 1958 में बनाई गई थी और तब से शहर में सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक रही है।

जिस तरह से यह बनी थी उस तरह के व्यवस्थित दृष्टिकोण के साथ चंडीगढ़ के लोगों ने इसे बनाए रखा है। न केवल शहर को अच्छी तरह से डिजाइन किया गया है बल्कि यह हर तरह से बहुत साफ भी रखा जाता है। जैसा कि देश के अन्य भागों में कूड़ा देखा जाता है वैसा आपको इस शहर में कोई कूड़ा नहीं मिलेगा। शहर में यातायात पुलिस अत्यंत सतर्क है। कोई भी यहां यातायात नियमों को तोड़ने की हिम्मत नहीं कर सकता। प्रत्येक स्तर पर अनुशासन बनाया रखा जाता है। लोग यहां शांति और सद्भाव में रहते हैं।

सुखना झील – मेरा पसंदीदा स्थान

शहर में मेरा पसंदीदा स्थान निश्चित रूप से सुखना झील है। यह जगह दिन में देखने लायक होती है। सुबह का वातावरण शाम को पूरी तरह से अलग होता है। सुबह में यह जगह शांत और ताज़ी हवा से भर जाती है। यह आराम करने और खेलने का सबसे अच्छा स्थान है। शाम को यहाँ नाव की सवारी का आनंद ले रहे लोगों और नाश्ते करने वाले लोगों की भारी भीड़ होती है। बच्चों के लिए इलेक्ट्रॉनिक झूलों को भी स्थापित किया गया है। यह जगह शाम के वक़्त लोगों की हलचल के साथ भर जाती है। मित्रों और साथियों के साथ बाहर जाने के लिए यह अच्छी जगह है। मैं सुबह में जल्दी और शाम को इस जगह पर जा सकता हूं। जब यह जगह शांत हो जाती है और जब यह लोगों से भरी होती है तब मैं इसे प्यार करता हूँ।

चंडीगढ़ सिर्फ मेरा शहर ही नहीं है बल्कि यह मेरी जीवन रेखा भी है। मैं यहां अपने सारा जीवन व्यतीत करना चाहता हूं। मुझे नहीं लगता कि मैं किसी अन्य शहर में इतनी खुशी और शांति से जिंदगी जीने में सक्षम हो पाउँगा।

निबंध 4 (600 शब्द)

जब मैं 3 साल का था तब से मैं दिल्ली में रहता हूं और मैं इस शहर को बहुत प्यार करता हूं। यहां जीवन बहुत तेज़ है, यहां लोग जोश से भरे हुए हैं और जो भोजन आप यहां प्राप्त करते हैं वह बहुत लज़ीज़ है। भारत की राजधानी दिल्ली का अतीत ऐतिहासिक और सुंदर है।

दिल्ली का ऐतिहासिक अतीत

दिल्ली का इतिहास 12वीं शताब्दी का है। यह केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में सबसे पुराने बसे शहरों के रूप में जाना जाता है। दिल्ली में इब्राहिम लोदी, जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर, शेर शाह सूरी, पृथ्वी राज चौहान, कुलाब-उद-दीन अयबक, जलाल-उद-दीन फिरोज खिलजी, शाह आलम बहादुर शाह प्रथम और अकबर शाह द्वितीय समेत अनेक शक्तिशाली राजाओं ने शासन किया है। शहर को विभिन्न सम्राटों द्वारा कई बार तहस-नहस किया गया और फिर से बनाया गया।

यह माना जाता है कि पांडव भी देश के इस हिस्से में रहते थे। उस युग के दौरान दिल्ली शहर इंद्रप्रस्थ नाम से जाना जाता था। कहा जाता है कि उस समय के दौरान पुराने किले का निर्माण किया गया था।

दिल्ली के सुंदर स्मारक

दिल्ली अपने सुंदर स्मारकों के लिए जाना जाता है। शताब्दियों से यहाँ कई शानदार स्मारक स्थापित किए गए हैं। कई नए भवनों का निर्माण बाद में किया गया है और वे बहुत शानदार भी हैं। दुनियाभर के पर्यटकों ने इन स्मारकों को देखने के लिए दिल्ली की यात्रा की है। यहां मेरे शहर के कुछ सबसे लोकप्रिय स्मारकों पर एक नजर डाली गई है:

लाल किला दिल्ली में सबसे पुराना स्मारकों में से एक है। लाल बलुआ पत्थर से बने किले में विभिन्न संग्रहालय शामिल हैं। 16वीं शताब्दी में मुगलों द्वारा वास्तुकला का यह शानदार नमूना स्थापित किया गया था। मुग़ल सम्राट लगभग 200 वर्षों तक यहां रहे थे।

  • हुमायूँ का मकबरा

ऐसा कहा जाता है कि हुमायूं का मकबरा अद्भुत ताजमहल की प्रतिकृति है। यह लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर से बना है। कब्र इस्लामी वास्तुकला की फारसी शैली का एक उदाहरण है। कब्र 47 मीटर ऊंची और 91 मीटर चौड़ी है और सुंदर फारसी-शैली वाले बगीचे से घिरी हुई है।

  • लोटस टेम्पल

जैसा कि नाम से पता चलता है यह मंदिर कमल के आकार में बनाया गया है। इसमें सफेद संगमरमर से बनी 27 पंखियां हैं। इसमें नौ दरवाजे हैं जो मुख्य हॉल में खुलते हैं। इसकी क्षमता एक बार में 2500 लोगों को समायोजित करने की है। यह शानदार भवन काफी बड़ा है।

लोटस टेम्पल पूजा का एक घर है लेकिन यह हर धर्म से संबंधित लोगों के लिए खुला है।

  • क़ुतुब मीनार

एक और अन्य वास्तुशिल्प प्रतिभा का नमूना कुतुब मीनार है जो लाल रेत से बना है। यह कुतुब उद-दीन-ऐबक द्वारा बनाई गई थी। यह 73 मीटर लंबी इमारत एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। इसमें टेढ़ी-मेढ़ी सीढ़ियों के माध्यम से जुड़ी पांच मंजिलें शामिल हैं।

इंडिया गेट शहर के एक अन्य ऐतिहासिक स्मारक है जो दुनिया भर के कई पर्यटकों को आकर्षित करता है। शहीदों के नाम इस स्मारक पर उत्कीर्ण हैं। इस स्मारक पर अमर जवान ज्योति जलाई गई है जो भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करती है।

  • अक्षर धाम मंदिर

अक्षर धर मंदिर भक्ति और पवित्रता का एक स्थान है। यह दिल्ली में स्मारकों की सूची में नवीनतम है। यह वर्ष 2005 में जनता के लिए खोला गया था। सुंदर नक्काशीदार मंदिर और अन्य अद्भुत इमारतों के अलावा अक्षरधाम परिसर में हरे-भरे बागान और जल निकाय शामिल हैं।

मैं इन सभी जगहों पर गया हूं और इन्हें बार-बार फिर से देखना चाहता हूं। मेरे पास इन जगहों की सुंदर यादें हैं।

ऐतिहासिक स्मारकों के अलावा दिल्ली में कई जगहों के आसपास भी खरीदारी करने के लिए बाज़ार भी शामिल हैं। यह निश्चित रूप से दुकानदार को खुशी दे सकता है। मुझे अलग-अलग बाज़ारों में जाना अच्छा लगता है जो मुझे अच्छी चीजें खरीदने का अवसर ही नहीं देते हैं बल्कि मुझे स्ट्रीट फ़ूड का आनंद लेने का मौका भी देते हैं। मैं दिल्ली के अलावा कहीं रहने की कल्पना भी नहीं कर सकता हूं।

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मेरा शहर पर निबंध

Essay on my City in Hindi: हम जब ही मेरे शहर की बात करते हैं तो हमे अक्सर उन चीजों की याद जाती जिनके साथ हमारा जीवन और हमारा बचपन गुजरा हो। हम बात कर रहे है हमारे शहर की जो हमारे संभाग जोधपुर से करीब 60 किलोमीटर दूर हैं। इस शहर में काफी कुछ देखने लायक हैं। हमारा शहर इतिहास में काफी प्रशिद्ध हैं। 

Essay on My City in Hindi

हम यहां पर अलग-अलग शब्द सीमा में मेरा शहर पर निबंध (Essay on my City in Hindi) शेयर कर रहे हैं। यह निबन्ध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार साबित होंगे।

मेरा शहर पर निबंध | Essay on my city in hindi

मेरा शहर पर निबंध (250 शब्द) .

मेरा शहर जो की सफाई के मामने के काफी सुन्दर हैं और स्वच्छ है। मेरे शहर में काफी कुछ देखने के लिये हैं। हमारे शहर के बीच में से गुजरती नहर लोगों की पानी की कमी को दूर करती हैं। मेरे शहर में एक शानदार और सुन्दर बगीचा भी बना हुआ हैं। मेरे शहर में काफी देखने के लिए हैं, जिसे देखने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं।

मेरे शहर में बना एक मुयुजिम हमारे मध्यकाल इतिहास की गवाही देता हैं। हमारे शहर में में कई छोटे-बड़े स्कूल बने हुए हैं जो अपनी प्रशिधी के लिए जाने जाते हैं। मेरे शहर में कॉलेज भी बने हैं जहा लड़के अपने भविष्य को बेहतर बनाने के लिए पढाई करते हैं। शहर में एक सरकारी और एक निजी बस स्टैंड बना हुआ हैं, जहां से कई अन्य शहरों में बसें और गाडियां जाती हैं। मेरे शहर में बने इस मेडिकल कॉलेज में से कई डॉक्टर अपनी पढाई करते हैं।

मेरे शहर में बनी मिष्ठान की दुकानें जहां पर हम अपनी पसंद की मिठाई खाते हैं। मेरे शहर में बने मौल में काफी लोग शौपिंग करने ही आते हैं। मोल से लोग अपने पसंद क कपडे खरीदते हैं और पसंद की खाने की चीज़े भी खरीदते हैं। मेरे शहर से बहने वाली नदिया शहर की सुन्दरता में चार चाँद लगा देती हैं। शहर के बाज़ार में भी काफी रौनक रहती हैं, जहां से लोग अपनी जरूरत की चीजों को खरीदते हैं। मेरे शहर में कई मायनो में काफी कुछ देखने के लायक हैं।

मेरा शहर पर निबंध (800 शब्द) 

प्रस्तावना .

जब भी शहर की बात करते हैं तो हमे सबसे पहले एक ही चीज़ याद आती हैं वो हैं शहर की रौनक और शहर की सडकों पर दौड़ती तेज गाडियां। हम जिस शहर की बात कर रहे हैं वो शहर हमारे संभाग जोधपुर से करीब 60 किलोमीटर दूर हैं। हमारे शहर में काफी दर्शनीय स्थल हैं और घुमने के लिए भी कई अलग अलग जगह हैं। मेरे शहर में कुछ ऐसी भी जगह हैं, जहां हमारे प्राचीन काल के इतिहस की झलक दिखाई देती हैं।

मेरे शहर के बीच से गुजरती नहर

हम जिस शहर में रहते हैं, उस शहर के बीच से एक पानी की नहर गुजरती हैं। यह नहर शहर के लोगो के साथ-साथ आसपास के कई गाँवों की प्यास भी बजती हैं। यह नहर शहर के बीचो  बीच से गुजरती हैं, इसी नहर की वजह से आसपास के क्षेत्र को नहर क्षेत्र के नाम से जाना जाता हैं।

यह नहर शहर के पास के एक गाँव से ही निकलती हैं जो शहर में आती हैं और शहर के बाहर जाकर एक नदी में मिल जाती हैं। इस नहर के आसपास का क्षेत्र भी काफी हरा भरा रहता हैं।

शहर में बना हैं म्यूजियम

मेरे शहर में एक म्यूजियम भी हैं। इस म्यूजियम में इतिहास से जुड़े कई स्त्रोत मिल जाते हैं। यह शहर के बीचो बीच आया हुआ हैं। शहर के बीच में बने इस म्यूजिम में कई देखने योग्य चीज़े हैं। इस म्यूजिम में मध्यकाल में हुयी क्रांति की माँ की भी मूर्ति हैं।

इस म्यूजिम में राजस्थान के प्राचीन और मध्यकाल इतिहास की जानकारी और उनसे जुड़े फोटो और मुर्तिया भी मिल जायेगी। यह म्यूजिम शहर के बीच में ही आया हुआ हैं। प्राचीन काल में इतिहास कर जिस प्रकार से ताम्र पत्र का उपयोग करते थे, उन सभी ताम्र पत्रों को जानकारी और उनके कुछ टुकड़े भी हमे इस म्यूजिम में देखने को मिलते हैं।

शहर में पहुचते ही दिखती है कॉलेज

शहर में प्रवेश करते समय ही हमे हमारे शहर की और हमारे जिले की सबसे बड़ी कॉलेज दिख जाती हैं। यह कॉलेज हमारे पुरे जिले में सबसे बड़ी हैं। इस कॉलेज में सभी विषयों की कक्षाए लगती हैं या यूँ कहे कि वो सभी क्लासेज इस कॉलेज में लगती हैं जो दुसरे प्रशिद्ध कॉलेज में लगती हैं।

शहर में भी इस कॉलेज के केम्पस में एक लों कॉलेज भी बनी हैं, जहां पर कानून की पढाई कराई जाती हैं। इस कॉलेज में शहर के पास सभी गाँव और कस्बो के छात्र पढने आते हैं और इस कॉलेज में अपना भविष्य निर्धारित करते हैं। शहर में बनी यह कॉलेज काफी बड़े क्षेत्र में फैली हुई हैं। इस कॉलेज में एक खेल का मैदान भी बना हुआ हैं जो बास्केट बोल के लिए हैं। इस कॉलेज का केम्पस इतना बड़ा हैं कि इस केम्पस में 3 क्रिकेट मैदान बन सकते हैं।

शहर में बना हैं एक स्टेडियम

मेरे शहर में एक स्टेडियम भी बना हुआ हैं। इस मैदान में क्रिकेट के साथ-साथ और भी कई खेल खेले जा सकते हैं। इस मैदान में बास्केट बोल के साथ साथ फुटबॉल भी खेल सकते हैं। शहर में बना यह मैदान काफी बड़ा हैं और इस मैदान में कई प्रतियोगिताए भी होती हैं।

जिले स्तर की प्रतियोगिताएं और राज्य स्तर की प्रतियोगिताए भी इस मैदान में होती हैं। इस मैदान के आसपास शहरी इलाका हैं, इस वजह से यहा कम खेल होते हैं। बावजूद इसके यह मैदान शहर के साथ-साथ पुरे शहर में प्रशिद्ध हैं। मेरे शहर में यह एकमात्र स्टेडियम हैं, हलाकि इसके अलावा और भी कई स्टेडियम हैं पर वो आरक्षित ही है।

शहर के बाहर बना हैं मेडिकल कॉलेज

मेरे शहर के बाहर एक मेडिकल कॉलेज भी बना हुआ हैं जो वर्तमान में भी नया बना हैं। इस कॉलेज में मेडिकल से सम्बंधित पढाई करवाई जाती हैं। इस कॉलेज में लड़के और लडकियां दोनों की पढाई करती हैं। यह मेडिकल कॉलेज शहर से बाहर बना हैं।

शहर के बीचो बीच बना हैं जिले का सबसे बड़ा अस्पताल

मेरे शहर में मेडिकल की सुविधा भी काफी अच्छी हैं। मेरे शहर में बीचो बीच में जिले का सबसे बड़ा अस्पताल बना हुआ हैं। इस अस्पताल में वो सभी सुविधाए मोजूद हैं जो एक आम आदमी को चाहिए। मेडिकल कॉलेज के साथ बना यह अस्पताल शहर का सबसे बड़ा और सबसे पुराना अस्पताल हैं।

मेरे शहर में वो सभी सुविधाए हैं जो एक आम आदमी की जरुरत होती हैं। मेरे शहर को इतिहास की दृष्टी से काफी ज्यादा पहचान दी जाती हैं। मेरा शहर काफी सुन्दर और स्वच्छ हैं।

अंतिम शब्द 

हमने यहां पर “मेरा शहर पर निबंध (Essay on My City in Hindi)” शेयर किया है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह निबंध पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरूर करें। आपको यह निबन्ध कैसा लगा, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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Rahul Singh Tanwar

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मेरा शहर निबंध हिंदी में – Essay On My City in Hindi

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मेरा शहर निबंध हिंदी में - Essay On My City in Hindi

शहर क्या है?

शहर को अंग्रेजी भाषा में सिटी कहा जाता है। यह एक ऐसी जगह होती है, जहां पर जन संख्या काफी अधिक मात्रा में होती है, क्योंकि अक्सर ग्रामीण इलाके के लोग पलायन करके रोजी रोजगार के लिए या फिर नौकरी के लिए शहर की तरफ ही जाते हैं।

शहर में अधिकतर मकान पक्के होते हैं और लोगों की आमदनी भी अच्छी खासी होती है। शहर में गरीब वर्ग के लोग भी निवास करते हैं, साथ ही मिडिल क्लास और अमीर वर्ग के लोग भी निवास करते हैं।

शहरों में रहने वाले अधिकतर लोग अच्छी पढ़ाई लिखाई वाले होते हैं और वह अपने अपने इलाके में सफल व्यक्ति होते हैं। शहरों में रोड काफी चौड़े होते हैं परंतु इसके बावजूद अक्सर लोगों को ट्रैफिक जाम से परेशान होना पड़ता है।

दुनिया में सबसे बड़े शहर की लिस्ट में जापान देश के टोक्यो शहर को शामिल किया गया है जहां की टोटल जनसंख्या 37 मिलियन के आसपास में है।

टोक्यो सिटी देखने में काफी खूबसूरत है और वहां पर घूमने के लायक भी कई मनमोहक जगह उपलब्ध है। हमारे भारत देश में मेट्रो सिटी के तौर पर दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता का नाम शामिल है।

दुनिया के सबसे बड़े शहरो की सूचि 

नीचे हमने आपके समक्ष दुनिया के 10 ऐसे शहरों के नाम प्रस्तुत किए हैं जहां की जनसंख्या 10 मिलियन से भी ज्यादा है।

टोक्यो, जापान37+ मिलियन
मेक्सिको सिटी, मैक्सिको21 मिलियन
मुंबई,भारत20 मिलियन
साओ पाउलो, ब्राजील18 मिलियन
लागोस, नाइजीरिया13 मिलियन
कलकत्ता13 मिलियन
ब्यूनस आयर्स,अर्जेंटीना12 मिलियन
सियोल,दक्षिण कोरिया12 मिलियन
बीजिंग,चीन12 मिलियन
कराची,पाकिस्तान12 मिलियन

मेरा शहर निबंध 300 शब्द

आधुनिक भारत की राजधानी दिल्ली प्राचीनकाल से ही लोगों के आकर्षण का केंद्र रही है. दिल्ली भारत का दिल है. यहाँ अनेक दर्शनीय, ऐतिहासिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थल हैं जो अपने दामन में कला, सभ्यता, संस्कृति तथा इतिहास समेटे हुए हैं.

दिल्ली कितनी ही बार उजड़ी और बसी हैं. दिल्ली के हर कोने में पुराने खंडहर अपने प्राचीन अस्तित्व एवं वैभव की याद दिलाते हैं. महाभारत काल में इसे इंद्रप्रस्थ कहा जाता था, जिसका निर्माण युधिष्ठिर ने करवाया था.

आठवीं शताब्दी में राजा अंगपाल ने इसे अपनी राजधानी बनाया, इसके पश्चात पृथ्वीराज चौहान, मुहम्मद तुगलक और मुगलों ने सजाया संवारा.

दिल्ली के अनेक स्मारक विभिन्न काल तथा राजाओं के स्मृति चिह्न हैं. पुराना किला पांडवों के शासन की याद दिलाता हैं, तो लालकोट का दुर्ग पृथ्वीराज के समय का स्मारक हैं.

तुगलकाबाद तुगलक वंश तो कुतुबमीनार, फिरोजशाह कोटला, हुमायूं का मकबरा, जामा मस्जिद मुस्लिम सभ्यता के प्रतीक हैं. इसके अलावा जन्तर मन्तर, बिड़ला मंदिर, लोट्स टेम्पल, राष्ट्रीय भवन संसद भवन, चिड़ियाघर, नेहरू म्यूजियम आदि अनेक दर्शनीय स्थल हैं.

दिल्ली का लाल किला एक ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल हैं. इसके अंदर नौबतखाना, दीवान ए खास, दीवान ए आम देखने योग्य हैं. और जामा मस्जिद विश्व की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक हैं.

इसी प्रकार कुतुबमीनार अपनी ऊँचाई एवं भवन निर्माण कला से पर्यटकों का दिल मोह लेती हैं. दिल्ली में अत्यंत प्राचीन लौह स्तम्भ हैं, जिस पर कभी जंग नहीं लगती.

जन्तर मन्तर ज्योतिष शास्त्र पर निर्मित एक अद्भुत इमारत हैं. इसे सवाई मानसिंह ने बनवाया था. इससे दिन में समय की जानकारी प्राप्त होती हैं, तो रात में नक्षत्रों की गणना की जाती हैं.

पुराना किला के समीप बने चिड़ियाघर को देखने हजारों पर्यटक प्रतिदिन आते हैं. इसमें देश विदेश से लाए गये पशु पक्षियों को देखने का सुअवसर मिलता हैं.

इसी प्रकार लोट्स टेम्पल आधुनिक भवन निर्माण कला का अद्भुत नमूना हैं अंग्रेजीकाल  निर्मित कनाट प्लेस, इंडिया गेट, गोलाकार संसद भवन, राष्ट्रपति भवन आदि भी विशेष आकर्षण के केंद्र हैं.

इस प्रकार मेरे दिल्ली शहर में अनेक दर्शनीय स्थल हैं, जो ज्ञान का स्रोत होने के साथ ही संस्कृति एवं सभ्यता के द्योतक हैं. ये स्थल दिल्ली की सुन्दरता में चार चाँद लगाते हैं और उसके ऐतिहासिक महत्व को बढ़ाते हैं.

700 शब्द मेरा शहर निबंध My City Essay in Hindi

मेरे शहर का नाम वडोदरा शहर है जो कि देश के गुजरात राज्य में स्तिथ है। बड़ोदरा सिर्फ एक शहर ही नहीं है बल्कि मेरे सपनों का शहर है क्योंकि इसी शहर ने मेरे पिताजी को रोजगार दिया था और इसी से मेरी पढ़ाई लिखाई भी हुई है।

 इस प्रकार मेरी बहुत सारी यादें बड़ोदरा शहर के साथ जुड़ी हुई है। वडोदरा शब्द वाटोदर बर्ड से बना हुआ है जिसका मतलब होता है बरगद का पेड़, जिसकी कहानी है कि वडोदरा शहर गुजरात में विश्वमित्री नदी के किनारे पर मौजूद है और इस नदी के किनारे मिले हुए कुछ अवशेष बताते हैं कि विश्वमित्री नदी के आसपास पहले बहुत सारे बरगद के पेड़ होते थे। इसलिए आगे चलकर के इस शहर का नाम साल 1971 में वडोदरा पड़ गया।

बड़ोदरा शहर जाने के लिए भारत के किसी भी कोने से आपको ट्रेन मिल जाएगी। अगर आपको बड़ोदरा आना है तो आप कुछ ट्रेन को पकड़कर के डायरेक्ट बड़ोदरा आ सकते हैं।

मेरे बड़ोदरा शहर में एयरपोर्ट भी है जहां पर भारत के ही नहीं बल्कि विदेशों के भी कई विमान आते हैं। इस प्रकार वडोदरा शहर में रेल, बस और हवाई जहाज की अच्छी कनेक्टिविटी है।

बड़ोदरा गुजरात का आईटी हब कहा जाता है क्योंकि बड़ोदरा में ही आईटी की कई फेमस कंपनी और उनके ऑफिस मौजूद हैं। इसके अलावा विश्व प्रसिद्ध महाराजा सयाजीराव गायकवाड यूनिवर्सिटी भी बड़ौदा में ही है, जहां पर पढ़ने के लिए विदेशों के साथ-साथ इंडिया के भी अलग-अलग राज्यों से विद्यार्थी आते हैं।

हमारा वडोदरा शहर स्वच्छता में भी काफी आगे हैं और लगातार ये स्वच्छता में अपनी स्थिति को सुधार रहा है। बड़ौदा शहर के बीच में ही सूरसागर तालाब स्थित है जहां पर भोलेनाथ की बहुत ही बड़ी खड़ी हुई प्रतिमा स्थापित है।

वडोदरा शहर को संस्कारी नगरी भी कहा जाता है। यहां पर मौजूद इंडस्ट्रियल सिटी भारत की इकोनॉमी में बहुत ही महत्वपूर्ण किरदार अदा करती हैं। जमशेदजी टाटा जैसे महान उद्योगपति भी वडोदरा शहर से ही संबंध रखते हैं। 

वडोदरा शहर में हैंडीक्राफ्ट, टेक्सटाइल और फर्नीचर बिजनेस काफी जोर-शोर से चलता है, साथ ही हमारे बड़ोदरा शहर के लोग खाना खाने के भी काफी शौकीन है। इसलिए आपको वडोदरा शहर में रेस्टोरेंट और होटल की भी भरमार मिल जाएगी।

बड़ोदरा शहर में घूमने लायक कई जगह है, जिसमें प्रसिद्ध सयाजीराव गार्डन, लक्ष्मी विलास पैलेस, काला घोड़ा इत्यादि है। बड़ोदरा शहर से 50 किलोमीटर की दूरी पर विश्व प्रसिद्ध माता काली जी का पावागढ़ मंदिर भी स्थित है जो की ऊंची पहाड़ियों पर बसा हुआ है।

इस मंदिर की अपनी एक अलग ही महिमा है। यह मंदिर माता पार्वती जी के 52 शक्तिपीठों में गिना जाता है जहां पर दर्शन करने के लिए लोगों का तांता लगा रहता है।

बड़ोदरा शहर का प्रसिद्ध स्ट्रीट फूड दाबेली,वडापाव, सेव उसल, फाफड़ा जलेबी, कचोरी के अलावा चाइनीस और मैक्सिकन फूड है जो कि खाने में बहुत ही टेस्टी लगते हैं। इसीलिए तो बड़ोदरा शहर में रात में भी आपको खाने पीने की दुकानों पर भीड़ दिखाई देगी।

अगर आपको शॉपिंग करने का शौक है तो आपको शॉपिंग करने का भी पूरा मजा बड़ोदरा शहर में आने वाला है क्योंकि बड़ौदा शहर में मांडवी बाजार, कपड़ा मार्केट, पानीगेट, चार दरवाजा विस्तार यह कुछ ऐसे इलाके हैं जहां पर आपको अच्छा सामान काफी कम कीमत में प्राप्त हो जाएंगे।

हमारे बड़ोदरा शहर की एक खास बात यह भी है कि हमारे बड़ोदरा शहर के पास अपनी खुद की क्रिकेट टीम है जिसमें महत्वपूर्ण खिलाड़ी हार्दिक पांड्या, युसूफ पठान, इरफान पठान और नयन मोंगिया जैसे खिलाड़ी खेल चुके हैं।

यूसुफ पठान और इरफान पठान का तो घर भी वडोदरा शहर में ही है। इसी शहर में विभिन्न प्रकार की क्रिकेट एकेडमी भी मौजूद है, जहां पर क्रिकेट में जाने हेतु बच्चे प्रैक्टिस करते रहते हैं।

इसके अलावा शहर में आपको विभिन्न प्रकार के सिनेमाहॉल भी मिल जाएंगे। कुल मिलाकर देखा जाए तो आपको यहां पर एंटरटेनमेंट की कोई भी कमी नहीं होगी।

बड़ोदरा का सबसे मुख्य त्यौहार नवरात्रि होता है जिसमें 9 दिन माता की आराधना की जाती है और बड़े पैमाने पर गरबे का आयोजन होता है। बड़ोदरा का गरबा पूरी दुनिया भर में प्रसिद्ध है।

बड़ोदरा शहर भारत के अन्य बड़े शहर जैसे कि अहमदाबाद, मुंबई, दिल्ली, चेन्नई से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। बड़ोदरा शहर में आपको यूपी और बिहार के भी काफी लोग मिल जाएंगे जो अलग-अलग क्षेत्र में काम कर रहे हैं। यह शहर सब को रोजगार देता है और सब के सपनों को पूरा करने का काम करता है।

मेरा शहर पर निबंध (800 शब्द)

शहर की चकाचौंध अक्सर ही लोगों को आकर्षित करती है और शहर एक ऐसी जगह होती है, जहां पर व्यक्ति को यह लगता है कि वह अपने सपनों को साकार कर सकता है।  गांव तो सो जाता है परंतु शहरों के बारे में कहा जाता है कि शहरों की सड़कें हमेशा जागती रहती है।

शहरों में आपको 24 घंटे गाड़ियां और व्यक्ति रोड पर चलते हुए दिखाई देते हैं। मैं भी एक ग्रामीण इलाके से हू परंतु अब मैं भी एक शहर में रह रहा हूं जिसका नाम बड़ौदा है जो कि भारत देश के गुजरात राज्य में मौजूद है।

मेरे शहर के बिल्कुल बीचो बीच में से एक बहुत ही बड़ी नदी गई हुई है, जिसका नाम विश्वामित्र नदी है। इस नदी में काफी खतरनाक मगरमच्छ पाए जाते हैं। बरसात के मौसम में इस नदी में भयंकर बाढ़ आती है जिससे आसपास के इलाके पानी से लबालब हो जाते हैं। हालांकि इसके बावजूद इस नदी में अक्सर धार्मिक कार्यक्रम होते रहते हैं।

इस नदी के पानी की वजह से शहर के लोगों को पीने का पानी मिलता है क्योंकि नगर निगम के द्वारा नदी के पानी को फिल्टर किया जाता है और उसके बाद नलों के द्वारा लोगों को पानी दिया जाता है, साथ ही इस नदी के पानी का इस्तेमाल खेतों में सिंचाई करने के लिए भी होता है जिससे किसानों की फसल लहलाती है।

मेरे शहर में एक म्यूजियम भी स्थित है जहां पर इतिहास से संबंधित कई वस्तुएं रखी गई है। इस म्यूजियम में हम कई बार घूमने के लिए गए थे। म्यूजियम में हमें ऐसी कई चीजें देखने को मिली है जो अपने आप में अद्भुत है।

यह म्यूजियम हमारे शहर के बीच में ही स्थित है। म्यूजियम के अंदर हमारे शहर के इतिहास से संबंधित कई जानकारियों को हमें जानने का मौका मिलता है।

इसके अलावा म्यूजियम में कई ऐतिहासिक मूर्तियां और फोटो भी रखी गई है, साथ ही यहां पर कई ताम्रपत्र भी रखे गए हैं जिन पर अलग-अलग जानकारी लिखी गई है।

मेरे शहर में दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटी में से एक महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी भी मौजूद है जिसे संक्षेप में एमएस यूनिवर्सिटी कहा जाता है।

इस यूनिवर्सिटी में सिर्फ मेरे शहर के ही नहीं बल्कि गुजरात के अलग-अलग राज्यों से विद्यार्थी पढ़ाई करने के लिए आते हैं। इसके साथ ही भारत के अलग-अलग राज्यों से विद्यार्थी पढ़ाई करने के लिए आते हैं।

मेरे शहर में चारों तरफ पक्के रोड का जंजाल है। जिस प्रकार ग्रामीण इलाके में कच्चा रोड होते हैं वैसे रोड हमारे शहर में नहीं है। हमारे शहर के नगर निगम को वडोदरा महानगर पालिका कहा जाता है जिसके ऊपर शहर की साफ सफाई की जिम्मेदारी होती है।

मेरे शहर में खेल खेलने के लिए स्टेडियम भी बना हुआ है जिसका नाम मां शारदा स्टेडियम है। इस स्टेडियम में कई बार क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन भी होता है साथ ही यहां पर वॉलीबॉल का मैच भी खेला जाता है और बास्केटबॉल का खेल भी खेला जाता है। यह गवर्नमेंट स्टेडियम है। इसीलिए यहां पर अक्सर खेल होते ही रहते हैं।

मेरे शहर में एक मेडिकल कॉलेज भी मौजूद है जो कि गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज है। इस मेडिकल कॉलेज में काफी सस्ती दरों पर लोगों के इलाज किए जाते हैं। इसलिए हमारे शहर के अलावा दूसरे राज्यों के लोग भी यहां पर अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं।

यहां पर गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज किया जाता है और जिन लोगों के पास आयुष्मान कार्ड होता है, उनका इलाज बिल्कुल मुफ्त में किया जाता है। इस कॉलेज में हजारों लड़के और लड़कियां ट्रेनिंग भी हासिल करते हैं।

मेरे शहर में अलग-अलग धर्मों के लोग निवास करते हैं परंतु हमारे शहर में सबसे अधिक हिंदू धर्म की आबादी निवास करती है। हमारे शहर में सभी लोग त्योहारों को जोश के साथ मनाते हैं।

हमारे शहर में मुख्य तौर पर होली, दीपावली और उत्तरायण जैसे त्योहारों को मनाया जाता है। हमारे शहर को संस्कारी नगरी भी कहा जाता है। हमारे शहर के लोगों की भाषा बहुत ही मीठी है। इसलिए हमारे शहर के लोग हर किसी को अपना बना लेते हैं।

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मेरा शहर पर निबंध

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मेरा शहर (My City)

मैं मुंबई शहर में रहता हूँ। मुंबई महाराष्ट्र राज्य की राजधानी है। मुंबई की गिनती भारत के बड़े शहरों में होती है।

मुंबई शहर अरब सागर के किनारे बसा है यह व्यापार का बहुत बड़ा केंद्र है। मुंबई को देश की आर्थिक राजधानी कहा जाता है। यह शहर देश के सभी भागों से जुड़ा हुआ है। यहाँ बहुत सारे दफ्तर, बैंक, सिनेमाघर और होटल हैं। चौपाटी, जुहू बीच, गेट वे ऑफ इंडिया, हैंगिंग गार्डन, कमला नेहरू पार्क, सी-लिंक आदि यहाँ के दर्शनीय स्थान हैं। रानीबाग यहाँ का प्रसिद्ध चिड़ियाघर है। यहाँ का म्यूजियम भी देखने लायक है। मुंबई शहर से भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है । मुंबई शहर फिल्म इंडस्ट्रीज के साथ साथ उद्योग केंद्र के लिए भी जाना जाता है । ऐसा कोई भी बिजनेस नहीं है जो मुंबई में नहीं किया जाता हो ।

मुंबई में सबसे बड़े एवं सबसे अच्छे होटल मौजूद है । मुंबई शहर मे हर धर्म एवं जाति के लोग निवास करते हैं । मुंबई शहर की आबादी तकरीबन 4 करोड़ से ऊपर की है । यदि हम इतिहास की बात करें तो मुंबई शहर का इतिहास काफी पुराना रहा है । पहले यहां पर बहुत से छोटे एवं बड़े दीप समूह हुआ करते थे ।

मुंबई एक पंचरंगी शहर है। इसे 'छोटा भारत' भी कहा जा सकता है।

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मेरे शहर पर निबंध Essay on My City in Hindi – Delhi

मेरे पिताजी को सरकारी नौकरी यही पर मिली। जीविका कमाने का साधन यही मिला जिसके बाद हमारा घर बन सका। मैं दावे से कह सकता हूँ की यह शहर फलने, फूलने और विकास करने के लिए बहुत उपयुक्त है। अब मैं आपको यहाँ की कुछ विशेषताओ के बारे में बताऊंगा।

विभिन्न संस्कृतियों वाला शहर

दिल्ली में आपको भारत के हर हिस्से से लोग मिल जायेंगे। यहाँ पर आपको बंगाल, कश्मीर, पंजाब, बिहार, गुजरात, केरल, तमिलनाडु, ओड़िसा आदि सभी जगहों से लोग मिल जायेंगे। सभी जाति, धर्म के लोग यहाँ पर प्रेम भावना और आपसी मेलजोल से रहते हैं।

विभिन्न तरह के पकवानों वाला शहर

विभिन्न प्रदेश के लोग यहाँ पर रहते है इसलिए दिल्ली में आप पूरे देश के लजीज व्यंजनों का लुत्फ़ उठा सकते है। आप दक्षिण भारत, पश्चिम बंगाल, गुजरात, केरल, पंजाब, राजस्थान जैसे राज्यों के लजीज पकवान आप रेस्त्रां और होटलों से ले सकते है। अगर आप खाने-पीने के शौक़ीन है तो आपको दिल्ली जरुर आना चाहिये।

बेहतर परिवहन व्यवस्था

मुझे ये कहते हुए गर्व है कि मेरे दिल्ली शहर की परिवहन व्यवस्था देश में सर्वोत्तम है। यहाँ पर आप ऑटो, कार टैक्सी, बस, मेट्रो ट्रेन से यात्रा कर सकते है। यहाँ की “दिल्ली मेट्रो” ट्रेन आधुनिक सुविधाओं से सजी वातानुकूलित ट्रेन है जिसमे हर यात्री यात्रा करना पसंद करता है। इसमें टिकट बहुत कम होता है और सुविधा अंतर्राष्ट्रीय स्तर की होती है। आज “दिल्ली मेट्रो” दिल्ली का गौरव बन चुकी है।

व्यापर का प्रमुख केंद्र

इस तरह यहाँ पर नौकरी की कोई कमी नही है। पूरे देश से बेरोजगार युवक-युवतियाँ यहाँ पर नौकरी करने आते है। हजारो लाखो मजदूर यहाँ कारखानो में काम करते है। इस तरह दिल्ली सभी को जीविकापार्जन का साधन देती है।

दिल्ली के दर्शनीय स्थल

यहाँ पर कनाट प्लेस, चिड़िया घर , जंतर- मन्तर, लोटस टेम्पल, लाल किला , हुमाऊं का मकबरा, कुतुबमीनार, इंडिया गेट , अक्षर धाम मन्दिर, संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, लोदी गार्डन, पुराना किला, चाँदनी चौक, लक्ष्मीनारायण मन्दिर, कैथेड्रल चर्च आफ रिडेम्पशन, इस्कॉन मन्दिर, जामा मस्जिद, नेशनल म्यूजियम, राज घाट, शांति भवन, नेशनल रेल म्यूजियम जैसी जगह है जो देखने के लिए बहुत उपयुक्त है।

राजनीति का केंद्र  

विभिन्न तरह के कानून बनाये जाते है। केंद्र सरकार के द्वारा विभिन्न राज्यों को खर्च के लिए बजट दिया जाता है इसलिए दिल्ली का महत्व कभी भी कम नही हो सकता है।

मनोरंजन के पर्याप्त साधन

स्वास्थ्य सुविधायें.

दिल्ली में देश भर से असाध्य रोगी इलाज करवाने के लिए आते है। यहाँ पर सबसे अच्छी दवायें, मशीने, दवायें और अन्य संसाधन मौजूद है। इसके अलावा चिकित्सा क्षेत्र में नई नई रिसर्च भी यहाँ के अस्पतालों में होती रहती है। देश भर से छात्र छात्राएं यहाँ डॉक्टरी की पढ़ाई करने आते हैं।

अंतराष्ट्रीय राजनीति का केंद्र

मेरे शहर “दिल्ली”में रूस, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, इटली, कनाडा, जापान, चीन जैसे सभी प्रमुख देशो के दूतावास बने हुए है। विदेशो से राजनयिक यहाँ आते है और इस तरह भारत का विदेशी देशो से सम्बन्ध और मजबूत होता है।

इस तरह कह सकते है की दिल्ली अंतराष्ट्रीय राजनीति का केंद्र है। विदेश व्यापार, नीतियों आदि के बारे में चर्चा की जाती है। पासपोर्ट ऑफिस में जाकर लोग पासपोर्ट बनवा सकते है। इसके अलावा किसी भी देश के दूतावास पर जाकर वीसा प्राप्त कर सकते हैं।

शिक्षा का प्रमुख केंद्र

फैशन का केंद्र.

दिल्ली में राष्ट्रीय फैशन टेक्नोलोजी संस्थान है। इतना ही नही सभी नये तरह के वस्त्र, परिधान, साजो सामानो, लक्सरी वस्तुऐ सबसे पहले यही पर लांच किये जाते है। दिल्ली के फैशन को पूरे देश में फालो किया जाता है। सभी लड़के- लड़कियाँ यहाँ के कपड़ों को पहनना पसंद करते है।

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मेरा शहर पर निबंध Essay on My City in Hindi mera shehar par nibandh मेरे शहर पर निबंध essay on my city in hindi मेरा नगर बहुत साफ़ सुथरा हैं .मेरे कस्बे के लोग बहुत सज्जन हैं .हमें वहां सभी सुविधाएँ प्राप्त हैं .इसीलिए मैं अपने शहर प्रतापगढ़ को बहुत पसंद व प्यार करता हूँ .

मेरा शहर पर निबंध   Essay on My City in Hindi

प्रतापगढ़

शहर की जनसंख्या - 

शहर का मुख्य व्यवसाय - , विद्यालय ,कॉलेज व चिकित्सालय - , शहर से बहुत प्यार - .

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Essay on My City in Hindi | मेरे शहर पर निबंध | My City Essay in Hindi | मेरे शहर निबंध हिंदी में | mera shehar par nibandh | मेरे शहर पर निबंध in hindi

By: savita mittal

दिल्ली का ऐतिहासिक अतीत | Essay on My City in Hindi | मेरे शहर पर निबंध | My City Essay in Hindi

दिल्ली के खूबसूरत स्मारक, दिल्ली का कुतुब मीनार, दिल्ली का लाल किला, हुमायूं का मकबरा, दिल्ली का लोटस टेंपल, दिल्ली का अक्षर धाम मंदिर, essay on my city in hindi || मेरे शहर पर निबंध | मेरे शहर पर 10 लाइनें | 10 line on my city.

दिल्ली भारत के चार सबसे बड़े शहरों में से एक है। ऐसे अन्य तीन शहर मुंबई, कोलकाता और चेन्नई हैं। दिल्ली भारत की राजधानी है यह सदियों से भारत की राजधानी रही है, ऐसा इसलिए था क्योंकि विभाजन से पहले, यह देश के दिल में थी। हालांकि, आजादी के बाद भी इसका महत्व कम नहीं हुआ है।

यहाँ पढ़ें: 10 lines on my city in Hindi

मैं अपने जन्म से ही दिल्ली में रहती हूं और मैं इस शहर से पूरी तरह से प्यार करती हूं। यहां जीवन भागदौड़ भरा है, यहां के लोग बहुत व्यस्त रहते हैं और आपको यहां जो भोजन मिलता है वह सिर्फ दिल्ली के अलावा कहीं भी मिलना थोड़ा मुश्किल है। भारत की राजधानी , दिल्ली एक समृद्ध ऐतिहासिक अतीत और सुंदर इमारतों को बढ़ावा देती है।

दिल्ली को कभी-कभी राजाओं का शहर कहा जाता है। अतीत में विभिन्न राजवंशों की राजधानी होने के बाद, इसमें कई स्मारक और देखने लायक स्थान हैं।

दिल्ली का इतिहास 12वीं सदी का है। इसे न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर के सबसे पुराने बसे हुए शहरों के रूप में जाना जाता है। दिल्ली पर इब्राहिम लोदी, जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर, शेरशाह सूरी, पृथ्वी राज चौहान, कुतुबुद्दीन अयबक, जलालुद्दीन फिरोज खिलजी, शाह आलम बहादुर शाह प्रथम और अकबर शाह द्वितीय सहित कई शक्तिशाली राजाओं का शासन रहा है। शहर को विभिन्न सम्राटों द्वारा कई बार नष्ट कर दिया गया था और फिर से बनाया गया था।

माना जाता है कि पांडवास भी देश के इसी हिस्से में रहते थे। उस युग के दौरान, शहर को इंद्रप्रस्थ के नाम से जाना जाता था। कहा जाता है कि पुराना किला उस समय के दौरान बनाया गया था।

यहाँ पढ़ें: essay on my favourite personality in hindi

दिल्ली अपने खूबसूरत स्मारकों के लिए जानी जाती है। सदियों से कई शानदार स्मारक लंबे समय से खड़े हैं। कई नई इमारतों को बाद में बनाया गया है और वे उतने ही शानदार हैं। इन स्मारकों को देखने के लिए दुनिया भर के पर्यटक दिल्ली आते हैं। यहाँ मेरे शहर में सबसे लोकप्रिय स्मारकों में से कुछ पर एक नज़र डालते है

दिल्ली की एक और वास्तुशिल्प प्रतिभा, कुतुब मीनार भी लाल रेत के पत्थर से बना है। इसे कुतुब उद-दीन-ऐबक ने बनवाया था। 73 मीटर ऊंची यह इमारत यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। इसमें पांच मंजिला शामिल हैं जो सर्पिल सीढ़ियों के माध्यम से जुड़े हुए हैं।

my city essay in hindi

यहाँ पढ़ें: essay on village life in Hindi यहाँ पढ़ें: 10 Lines on Village Life in Hindi

लाल किला दिल्ली के सबसे पुराने स्मारकों में से एक है। लाल बलुआ पत्थर से बने इस किले में विभिन्न संग्रहालय शामिल हैं। वास्तुकला की यह शानदार किला मुगलों द्वारा 16 वीं शताब्दी में बनाया गया था। मुगल बादशाह यहां लगभग 200 वर्षों तक रहे।

ऐसा कहा जाता है कि हुमायूं का मकबरा अद्भुत ताजमहल की प्रतिकृति है। यह लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर के साथ बनाया गया है। मकबरा इस्लामी वास्तुकला की फारसी शैली का एक उदाहरण है। मकबरा 47 मीटर ऊंचा और 91 मीटर चौड़ा है और सुंदर फारसी शैली के बगीचे से घिरा हुआ है।

जैसा कि नाम से पता चलता है, यह मंदिर कमल के आकार में बनाया गया है। इसमें सफेद संगमरमर से बनी 27 पंखुड़ियां हैं। इसमें नौ दरवाजे हैं जो मुख्य हॉल में खुलते हैं। अद्भुत इमारत एक समय में 2500 लोगों को समायोजित करने के लिए काफी बड़ी है।

लोटस टेंपल पूजा का एक बहाई घर है, लेकिन यह किसी भी धर्म से संबंधित लोगों के लिए खुला है।

यहाँ पढ़ें: Essay on Parents in Hindi यहाँ पढ़ें: 10 Lines on Parents in Hindi

इंडिया गेट शहर का एक और ऐतिहासिक स्मारक है जो दुनिया भर से कई पर्यटकों को आकर्षित करता है। इस स्मारक पर शहीदों के नाम उकेरे गए हैं। इस स्मारक के नीचे जलाई गई अमर जवान ज्योति भारतीय सैनिकों के लिए एक श्रद्धांजलि है।

my city essay in hindi

अक्षर धाम मंदिर भक्ति और पवित्रता का स्थान है। यह दिल्ली में स्मारकों की सूची में नवीनतम जोड़ है। इसे वर्ष 2005 में जनता के लिए खोला गया था। खूबसूरती से नक्काशीदार मंदिर और अन्य अद्भुत इमारतों के अलावा, अक्षर धाम परिसर में हरे-भरे बगीचे और जल निकाय शामिल हैं।

मैं इन सभी स्थानों पर गयी हूं और इन्हें बार-बार देख सकती हूं। मेरे पास इन जगहों की खूबसूरत यादें हैं।

ऐसी ही कुछ प्रसिद्ध जगह लाल किला, जामा मस्जिद, बिड़ला मंदिर, इंडिया गेट, कुतुब मीनार, कनॉट प्लेस, गुरुद्वारा बंगला साहब, गुरुद्वारा सीस गंज, गुरुद्वारा रकाब गंज, जंतर मंतर आदि शामिल हैं।

ऐतिहासिक स्मारकों के अलावा, दिल्ली में चारों ओर खरीदारी करने के लिए कई स्थान भी शामिल हैं। इसे निश्चित रूप से एक दुकानदार की खुशी कहा जा सकता है। मुझे विभिन्न बाजारों का दौरा करना पसंद है जो न केवल मुझे अच्छा सामान खरीदने का अवसर देते हैं, बल्कि मुझे मनोरंजक स्ट्रीट फूड का मौका भी देते हैं। मैं खुद को दिल्ली के अलावा कहीं और रहने की कल्पना नहीं कर सकती।

दिल्ली के कुछ प्रसिद्ध विश्वविद्यालय हैं – दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, जामिया मिल्लिया इस्लामिया, गुरु गोबिंद सिंह विश्वविद्यालय, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, आदि।

दिल्ली में बड़ी संख्या में पुस्तकालय, संग्रहालय और कला दीर्घाएं भी हैं। दिल्ली के कुछ प्रसिद्ध अस्पतालों में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, राम मनोहर लोहिया अस्पताल, मूल चंद अस्पताल, सर गंगा राम अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल, कलावती अस्पताल, सुचेता कृपलानी होस्पीटियाल, लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल आदि शामिल हैं।

दिल्ली में जीवन बहुत थकाऊ है। इसकी आबादी 2 करोड़ से अधिक है। विधायिका की सीट, संसद, दिल्ली में स्थित है। राष्ट्रपति भवन, राष्ट्रपति का निवास भी दिल्ली में स्थित है। यह सचिवालय है – नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक – जहां सरकार की नीतियां तैयार की जाती हैं। विभिन्न सरकारी विभागों का मुख्यालय दिल्ली में है। दिल्ली व्यापार का एक बड़ा केंद्र है। वहां कोई भी ऊब महसूस नहीं कर सकता है। किसी के पास खुद का मनोरंजन करने के लिए पर्याप्त पैसा होना चाहिए, इसके अलावा वहां अपने पसंद का रोजगार ढूंढना चाहिए।

दोस्तों ये थी मेरी प्यारी दिल्ली के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें। उम्मीद करती हूँ आपको दिल्ली की ये जानकारी बहुत पसंद आई होगी, अगर आप दिल्ली मे नही रहते तो हमे मेसेज करके बताएं क्या आप कभी दिल्ली घूमने आए हैँ,और आपको दिल्ली कैसी लगी।

अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर निबंध

reference Essay on My City in Hindi

my city essay in hindi

मेरा नाम सविता मित्तल है। मैं एक लेखक (content writer) हूँ। मेैं हिंदी और अंग्रेजी भाषा मे लिखने के साथ-साथ एक एसईओ (SEO) के पद पर भी काम करती हूँ। मैंने अभी तक कई विषयों पर आर्टिकल लिखे हैं जैसे- स्किन केयर, हेयर केयर, योगा । मुझे लिखना बहुत पसंद हैं।

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मेरा शहर पर 10 लाइन | 10 Lines Essay on My City in Hindi

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10 Lines Essay on My City in Hindi : मैंने यहां मेरा शहर पर 10 लाइन उपलब्ध कराई हैं। यह आपके लिए सबसे अच्छा है। कुछ वैध कारणों से मेरा निवास स्थान भी मेरा पसंदीदा शहर है।

मेरे शहर में स्कूलों, कॉलेजों और तकनीकी संस्थानों में शिक्षा के जबरदस्त अवसर हैं। शहर के चारों ओर हमारे कारखानों के कारण बहुत अधिक वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण है। लोगों को पानी की किल्लत का भी सामना करना पड़ता है।

रोजगार के भी अच्छे अवसर हैं। यह वह अद्भुत शहर है जिससे मैं प्यार करता हूं और मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ कमी है। मुझे अपने शहर पर गर्व है।

10 Lines Essay on My City

Table of Contents

10 Lines Essay on My City in Hindi for Kids

Pattern 1 –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, and 5 Students.

  • मैं एक छोटे से शहर में रहता हूँ।
  • मेरे शहर का नाम दिल्ली है।
  • मेरे शहर में घूमने के लिए कई बेहतरीन जगहें हैं।
  • यह बहुत साफ-सुथरा शहर है।
  • यहां हर तरह के लोग रहते हैं।
  • इसका एक ऐतिहासिक अतीत है।
  • बौध शहर बहुत ही खूबसूरत शहर है।
  • यहां का जीवन बहुत ही आनंदमय है।
  • शहर में कई दुकानें भी हैं।
  • मुझे अपने शहर से प्यार है।

10 Lines Essay on My City in Hindi for Kids

10 Lines Essay on My City in Hindi for Students

Pattern 2 –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 6, 7, 8, and 9 Students.

  • मेरे शहर का नाम दिल्ली है। यह एक बहुत ही खूबसूरत छोटा शहर है।
  • निवास जिले का जिला मुख्यालय दिल्ली शहर है।
  • मेरे शहर के निवासी अपनी मेहनत और मेहनत के लिए जाने जाते हैं।
  • कारखाने मेरे शहर में कई परिवारों की मूल आय प्रस्तुत करते हैं।
  • मेरा शहर अद्भुत है और इसमें कई अद्भुत स्थान हैं।
  • मेरे शहर दिल्ली में कई अच्छे रेस्टोरेंट हैं।
  • यह शहर सड़क और रेल मार्ग से अन्य मुख्य स्थानों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
  • शहर का संग्रहालय और प्राचीन मंदिर मेरे शहर में कई पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
  • मेरे शहर की आबादी करीब 20 मिलियन है।
  • मुझे अपने शहर पर गर्व है। मुझे यह शहर बहुत पसंद है।

10 Lines Essay on My City in Hindi for Students

10 Lines Essay on My City in Hindi for Higher Class Students

Pattern 3 –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for class 10,11 12, and Competitive Exams preparing Students.

मेरे शहर का नाम दिल्ली है। यह एक बहुत ही खूबसूरत छोटा शहर है। निवास जिले का जिला मुख्यालय दिल्ली शहर है। मेरे शहर के निवासी अपनी मेहनत और मेहनत के लिए जाने जाते हैं।

कारखाने मेरे शहर में कई परिवारों की मूल आय प्रस्तुत करते हैं। मेरा शहर अद्भुत है और इसमें कई अद्भुत स्थान हैं। मेरे शहर दिल्ली में कई अच्छे रेस्टोरेंट हैं। यह शहर सड़क और रेल मार्ग से अन्य मुख्य स्थानों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।

शहर का संग्रहालय और प्राचीन मंदिर मेरे शहर में कई पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। मेरे शहर की आबादी करीब 20 मिलियन है। मुझे अपने शहर पर गर्व है। मुझे यह शहर बहुत पसंद है।

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10 Lines Essay on My City in English for Students

Pattern 4 –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10,11 12, and Competitive Exams preparing Students.

  • The name of my city is Delhi. It is a very beautiful small town.
  • The city of Delhi is the district headquarters of the Niwas district.
  • The residents of my city are known for their hard work and hard work.
  • Factories represent the basic income of many families in my city.
  • My city is wonderful and there are many wonderful places in it.
  • There are many good restaurants in my city Delhi.
  • The city is well connected to other major places by road and rail.
  • The city museum and ancient temples attract many tourists to my city.
  • The population of my city is about 20 million.
  • I am proud of my city. I love this city.

10 Lines Essay on My City in Odia for Students

Pattern 5 –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10,11 12, and Competitive Exams preparing Students.

  • ମୋ ସହରର ନାମ ଦିଲ୍ଲୀ | ଏହା ବହୁତ ସୁନ୍ଦର ଛୋଟ ସହର |
  • ଦିଲ୍ଲୀ ସହର ନିୱାସ ଜିଲ୍ଲାର ଜିଲ୍ଲା ମୁଖ୍ୟାଳୟ ଅଟେ |
  • ମୋ ସହରର ବାସିନ୍ଦାମାନେ ସେମାନଙ୍କର ପରିଶ୍ରମ ଏବଂ ପରିଶ୍ରମ ପାଇଁ ଜଣାଶୁଣା |
  • କାରଖାନାଗୁଡ଼ିକ ମୋ ସହରର ଅନେକ ପରିବାରର ମ income ଳିକ ଆୟକୁ ପ୍ରତିନିଧିତ୍ୱ କରେ |
  • ମୋ ସହର ଚମତ୍କାର ଏବଂ ଏଥିରେ ଅନେକ ଚମତ୍କାର ସ୍ଥାନ ଅଛି |
  • ମୋ ସହର ଦିଲ୍ଲୀରେ ଅନେକ ଭଲ ରେଷ୍ଟୁରାଣ୍ଟ ଅଛି |
  • ରାସ୍ତା ଏବଂ ରେଳ ଦ୍ୱାରା ସହର ଅନ୍ୟ ପ୍ରମୁଖ ସ୍ଥାନ ସହିତ ଭଲ ଭାବରେ ସଂଯୁକ୍ତ |
  • ସହର ସଂଗ୍ରହାଳୟ ଏବଂ ପ୍ରାଚୀନ ମନ୍ଦିରଗୁଡ଼ିକ ମୋ ସହରକୁ ଅନେକ ପର୍ଯ୍ୟଟକଙ୍କୁ ଆକର୍ଷିତ କରିଥାଏ |
  • ମୋ ସହରର ଜନସଂଖ୍ୟା ପ୍ରାୟ 20 ନିୟୁତ |
  • ମୁଁ ମୋର ସହର ପାଇଁ ଗର୍ବିତ | ମୁଁ ଏହି ସହରକୁ ଭଲ ପାଏ |

10 Lines Essay on My City in Telugu for Students

Pattern 6 –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10,11 12, and Competitive Exams preparing Students.

  • నా నగరం పేరు ఢిల్లీ. ఇది చాలా అందమైన చిన్న పట్టణం.
  • ఢిల్లీ నగరం నివాస్ జిల్లాకు జిల్లా కేంద్రంగా ఉంది.
  • నా నగర వాసులు తమ కష్టార్జితానికి, శ్రమకు పేరుగాంచారు.
  • ఫ్యాక్టరీలు నా నగరంలో అనేక కుటుంబాల ప్రాథమిక ఆదాయాన్ని సూచిస్తాయి.
  • నా నగరం అద్భుతమైనది మరియు దానిలో చాలా అద్భుతమైన ప్రదేశాలు ఉన్నాయి.
  • నా నగరం ఢిల్లీలో చాలా మంచి రెస్టారెంట్లు ఉన్నాయి.
  • ఈ నగరం రోడ్డు మరియు రైలు మార్గాల ద్వారా ఇతర ప్రధాన ప్రాంతాలకు బాగా అనుసంధానించబడి ఉంది.
  • సిటీ మ్యూజియం మరియు పురాతన దేవాలయాలు నా నగరానికి చాలా మంది పర్యాటకులను ఆకర్షిస్తాయి.
  • నా నగరం యొక్క జనాభా సుమారు 20 మిలియన్లు.
  • నా నగరం గురించి నేను గర్విస్తున్నాను. నేను ఈ నగరాన్ని ప్రేమిస్తున్నాను.

10 Lines Essay on My City in Marathi for Students

Pattern 7 –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10,11 12, and Competitive Exams preparing Students.

  • माझ्या शहराचे नाव दिल्ली आहे. हे एक अतिशय सुंदर छोटे शहर आहे.
  • दिल्ली शहर हे निवास जिल्ह्याचे मुख्यालय आहे.
  • माझ्या शहरातील रहिवासी कष्ट आणि कष्टासाठी ओळखले जातात.
  • कारखाने हे माझ्या शहरातील अनेक कुटुंबांचे मूळ उत्पन्न दर्शवतात.
  • माझे शहर अद्भुत आहे आणि त्यात अनेक अद्भुत ठिकाणे आहेत.
  • माझ्या दिल्ली शहरात अनेक चांगली रेस्टॉरंट आहेत.
  • हे शहर रस्ते आणि रेल्वेने इतर प्रमुख ठिकाणांशी चांगले जोडलेले आहे.
  • शहरातील संग्रहालय आणि प्राचीन मंदिरे माझ्या शहरात अनेक पर्यटकांना आकर्षित करतात.
  • माझ्या शहराची लोकसंख्या सुमारे 20 दशलक्ष आहे.
  • मला माझ्या शहराचा अभिमान आहे. मला हे शहर आवडते.

Last Word on My City

अगर आप मेरा शहर पर 10 लाइन सर्च कर रहे हैं। यह आपके लिए सबसे अच्छी जगह है। प्रिय बच्चों और छात्रों के लिए यह निबंध बहुत ही सरल और याद रखने में आसान है। ये टिप्स और ट्रिक्स छात्रों को मेरे शहर पर एक संपूर्ण निबंध लिखने में मदद करेंगे।

यह निबंध विद्यार्थियों को अपना गृहकार्य प्रभावी ढंग से करने में बहुत सहायक होता है। मुझे आशा है कि यह निबंध आपके लिए और आप की तरह बहुत उपयोगी है।

अन्य पोस्ट देखें –  Short Essay  /  10 Lines Essay .

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References Links:

  • https://en.wikipedia.org/wiki/City
  • https://en.wiktionary.org/wiki/city
  • https://www.britannica.com/topic/city

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मेरे शहर पर निबंध – Essay on My City in Hindi

my city essay in hindi

हम सभी का एक ऐसा स्थान होता है जिसे हम अपना कहते हैं – हमारा अपना शहर, जहां पर हमारी जड़ें होती हैं, हमारी याचनाएँ, हमारे सपने और हमारी यादें। इस निबंध में, मैं आपको अपने शहर के बारे में गहराई से बताएंगे। मेरे शहर का नाम जबलपुर है, और यह मेरे दिल के सबसे करीब है। यह निबंध आपको जबलपुर के इतिहास, संस्कृति, प्रसिद्ध स्थलों, खान-पान, और वहां के लोगों के जीवन से परिचित कराएगा।

Table of Contents

जबलपुर का इतिहास

जबलपुर का इतिहास अत्यंत प्राचीन और समृद्ध है। यह शहर मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है और यहाँ का इतिहास मौर्य, गुप्त, और मराठा जैसी प्रमुख राजवंशों से जुड़ा हुआ है। जबलपुर की स्थापना सन् 1781 में की गई थी, लेकिन इसका नाम अंग्रेजों के कार्यकाल के दौरान विशेष रूप से प्रकट हुआ था। यहां के किलों और महलों में अतीत की गाथाएँ जीवित हैं।

प्राचीन इतिहास

इस क्षेत्र का इतिहास तीसरी शताब्दी बीसी से शुरू होता है जब यह मौर्य साम्राज्य का हिस्सा था। महान सम्राट अशोक ने भी इस क्षेत्र पर शासन किया था। इसके बाद गुप्त वंश ने इस क्षेत्र को संस्कृति और शिक्षा का केंद्र बनाया।

मध्ययुगीन इतिहास

मध्यकाल में जबलपुर का महत्व बढ़ा जब यह गोंड राजाओं के अधीन हुआ। गोंड राजाओं ने अपने अद्वितीय स्थापत्य और कला से इस स्थान को सजाया। इसी समय के दौरान राजा घड़ेवा ने मदन महल किला बनवाया, जो आज भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।

आधुनिक इतिहास

ब्रिटिश काल के दौरान जबलपुर का नाम विशेष रूप से चर्चित हुआ। इस समय रेलवे, न्यायालय, और अन्य प्रमुख संस्थाओं की स्थापना हुई। आजादी के बाद, जबलपुर मध्य प्रदेश का प्रमुख प्रशासनिक और शैक्षणिक केंद्र बन गया।

जबलपुर की भौगोलिक स्थिति

जबलपुर मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से में स्थित है और नर्मदा नदी के तट पर बसा हुआ है। इसके चारों ओर हरे-भरे जंगल और पहाड़ हैं, जो इसे प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर बनाते हैं। यहां की जलवायु तुलनात्मक रूप से सुखद है, जहाँ गर्मियों में तापमान थोड़ा अधिक होता है, जबकि सर्दियों में ठंड भी अच्छी रहती है।

जबलपुर की संस्कृति और त्यौहार

जबलपुर की संस्कृति बहुरंगी और विविधतापूर्ण है। यहां के लोग विभिन्न धर्मों, जातियों और समुदायों से मिलकर बने हैं, जो इसे भारतीय संस्कृति का आदर्श केंद्रीकरण बनाते हैं।

  • होली: होली का त्योहार यहां बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। यहां की गलियों में रंग और गुलाल उड़ता नजर आता है।
  • दिवाली: दिवाली की रात जबलपुर की गलियां और घरों में जगमगाते दीपों की रौशनी बहुत ही खूबसूरत नजारा प्रस्तुत करती है।
  • कुंभ मेला: हर बारह सालों में कुंभ मेले का आयोजन बड़ी धूमधाम से होता है और इसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं।

नृत्य और संगीत

  • गरबा: नवरात्रि के दौरान गरबा यहाँ बहुत प्रसिद्ध है और लोगों में उत्साह देखा जा सकता है।
  • लोक संगीत: जबलपुर के गांवों में लोक संगीत की समृद्ध परंपरा है। विशेष रूप से, यहाँ के लोग ‘फाग गीत’ और ‘सचारी’ को गाते हैं।

जबलपुर के प्रसिद्ध स्थल

जबलपुर में कई प्रसिद्ध स्थल हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इन स्थलों की यात्रा करने के बाद यहां की समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर का अंदाजा लगाया जा सकता है।

भेड़ाघाट जबलपुर से लगभग 23 किलोमीटर दूर स्थित है और यह नर्मदा नदी के बेहद खूबसूरत दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। यहां की संगमरमर की चट्टानें और धुआँधार जलप्रपात विशेष आकर्षण का केंद्र हैं।

मदन महल किला

मदन महल किला राजा मदन सिंह द्वारा बनवाया गया था और यह जबलपुर शहर का प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है। यह किला पहाड़ी की चोटी पर स्थित है और यहां से पूरे शहर का नजारा बहुत खूबसूरत दिखाई देता है।

कांची महासरोवर

कांची महासरोवर एक प्रसिद्ध प्राकृतिक स्थल है जो अपने अद्वितीय जल स्रोत और सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह एक धार्मिक स्थल भी है और यहां काफी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

जबलपुर का खान-पान

जबलपुर का खान-पान बहुत ही विविधता पूर्ण है। यहां विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन मिलते हैं जो आपके मुंह में पानी ला देंगे।

यहां की सेव-भुजीया बहुत ही प्रसिद्ध है और इसका स्वाद आपको लंबे समय तक याद रहेगा। अलग-अलग प्रकार की सेव और भुजीया प्राप्त होती है, जिनमें जबलपुर की सेव का विशेष स्थान है।

पोहा और जलेबी

जबलपुर का पोहा और जलेबी का नाश्ता बहुत ही प्रसिद्ध है। इसका अनोखा स्वाद इसे खास बनाता है और यहां आने वाले पर्यटक इसे चखना कभी नहीं भूलते।

जबलपुर के लोग

जबलपुर के लोग बहुत ही उदार, मिलनसार और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध हैं। यहां के लोग विभिन्न समुदायों और धर्मों से आते हैं, लेकिन सभी मिलजुलकर रहते हैं। यहां की सबसे बड़ी संपदा यहां के लोग ही हैं।

उदार और मिलनसार

जबलपुर के लोग हर परिस्थिति में एक-दूसरे का सहयोग करते हैं और मिलजुलकर रहते हैं। उनके चेहरों पर हमेशा एक मुस्कान रहती है, जो यहां की सकारात्मकता का प्रतीक है।

संस्कृतिक रूप से समृद्ध

जबलपुर के लोग अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोकर रखते हैं। वे अपने त्यौहार, नृत्य, और संगीत में भाग लेते हैं और अपनी परंपराओं को जीवित रखते हैं।

जबलपुर का शिक्षा और चिकित्सा

जबलपुर शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में भी अग्रणी है। यहां कई प्रमुख शिक्षण संस्थान और मेडिकल कॉलेज हैं, जो देशभर में प्रसिद्ध हैं।

यहां के प्रमुख शिक्षण संस्थानों में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस मेडिकल कॉलेज, और सेंट्रल स्कूल शामिल हैं। ये संस्थान उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करते हैं।

मेडिकल के क्षेत्र में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस मेडिकल कॉलेज प्रमुख है। इसके अलावा, शहर में विभिन्न सरकारी और निजी अस्पताल भी हैं जो उच्च कुशलतापूर्ण चिकित्सा सेवाएं प्रदान करते हैं।

मेरा शहर जबलपुर न केवल प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहर और सांस्कृतिक विविधता का समावेश है, बल्कि यह शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्रों में भी अग्रणी है। यहाँ के लोग अपनी सभ्यता और संस्कृति को बड़े ही गर्व और सम्मान के साथ जीवित रखते हैं। कुल मिलाकर, जबलपुर एक ऐसा शहर है जो अपनी हर पहलू में अद्वितीय है और यहाँ का जीवन एक सुखद अनुभव है।

अंत में, जितनी भी तारीफ की जाए, उतनी कम है क्योंकि यहाँ की मिट्टी में ऐसा कुछ है जो इसे खास बनाता है। मेरे लिए, जबलपुर मेरा शहर ही नहीं, मेरा जीवन है, जहां मेरी यादें और मेरा अस्तित्व संजोया हुआ है।

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शहरी जीवन पर निबंध Essay on City Life in Hindi (1000 Words)

शहरी जीवन पर निबंध Essay on City Life in Hindi

इस लेख में आप शहरी जीवन पर हिंदी में निबंध (Essay on City Life in Hindi) पढेंगे। जिसमें शहरी जीवन क्या है, अशरी और ग्रामीण जीवन में अंतर, विशेषताएं, समस्याएं, वरदान या अभिशाप तथा 10 वाक्य इस निबंध को आकर्षक बनाते हैं।  

Table of Contents

प्रस्तावना (शहरी जीवन पर निबंध (Essay on City Life in Hindi)

आधुनिक समय में विज्ञान के आविष्कारों से हर कोई परिचित है। सभी लोग अपना जीवन सरलता और  सभी सुविधाओं से युक्त होकर जीना चाहते हैं।

भारत में आजादी के बाद देश की लगभग आधी जनसंख्या गांव में निवास करती थी। जो मुख्य रूप से कृषि पर आधारित थी। लेकिन आज के समय में प्रतिदिन नई तकनीकें विकसित हो रहीं हैं, जिसके कारण कृषि के अलावा भी  बहुत सारे रोजगार के अवसर प्रस्तुत हो रहे हैं।

कहा जाता है कि भारत सर्वाधिक गाँवों वाला देश है। जहां निवास करने वाले लोग खुशहाली से अपना जीवन व्यतीत करते हैं। परंतु फिर भी लोग बेहतर आजीविका के लिए शहरों की ओर पलायन करते हैं।

इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता की, ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों की अपेक्षा शहरी लोगों को अधिक सुविधा उपलब्ध हो पाती है।

चिकित्सालय, विद्यालय आदि से जुड़ी सभी प्रकार की जरूरी सुविधाएं शहरों में बहुत आसानी से प्राप्त हो जाती हैं।

शहरों में बड़े-बड़े  उद्योगों और कारखानों से निकलने वाले जहरीले हुए पूरे शहर में प्रदूषण फैलाते हैं जिसके कारण अनेकों प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती हैं।

शहरी जीवन क्या है? What is City Life in Hindi?

शहर बड़ी तथा स्थाई मानव बस्ती होती है। जहां मुख्य रूप से आवास, परिवहन, सुरक्षा और स्वच्छता से जुड़े व्यापक सुविधाएं फैली  होते हैं।

आजादी के पहले भारत में आधे से अधिक जनसंख्या सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती थी लेकिन कुछ वर्षों में इसमें तेजी से बदलाव हुआ और शहरीकरण के कारण आज के समय आधी आबादी शहरों में रह रही है।

यह सामान्य बात है कि जहां लोगों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी वह स्थान उन्हें  जरूर आकर्षित करेगा। शहरी विकासवाद के कारण आज के समय में बड़ी संख्या मे लोग शहरों  की ओर आकर्षित हुए हैं।

शहरी जीवन यह ग्रामीण जीवन के मुकाबले ज्यादा विकसित और सुरक्षित होता है। जहाँ चिकित्सा, रोजगार, शिक्षा आदि से जुड़े सभी सुविधाओं का लाभ शहरी जीवन जीने वाले लोग उठाते हैं।

यहाँ पर रहने वाले सभी लोग अपनी दिनचर्या में पूरी तरह व्यस्त रहते हैं। जिसके कारण वे अन्य चीजों कुछ समय नहीं दे पाते हैं।

शहरी जीवन और ग्रामीण जीवन में अंतर Difference Between City and Village life in Hindi

ग्रामीण जीवन शहरों की तुलना में काफी शांतिपूर्ण होता है और यहां के लोग शहरों के लोगों की तरह व्यस्त जीवन नहीं जीते हैं।

गांव में अधिकतर आधारभूत सुविधाएं जैसे- स्कूल, चिकित्सा, बिजली, संचार माध्यम और रोजगार आदि प्राप्त करने में लोगों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

शहरों में ज्यादातर जगह अस्पताल की सुविधा होती है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में अस्पताल जाने के लिए कच्ची सड़कों द्वारा मिलो दूर का सफर करना पड़ता है।

रोजगार की तलाश में हर कोई शहर जाता है। क्योंकि गांवों में लोगों को अधिक लाभप्रद रोजगार उपलब्ध नहीं हो पाता यदि उपलब्ध होता भी है तो वह मौसमी रोजगार होता है।

भारतीय संस्कृति की पहचान मुख्य रूप से गाँवों से ही होती है। क्योंकि गांव संस्कृति और विरासत का एक दर्पण होता है।

एक तरफ ग्रामीण जीवन जीने वाले लोग अपनी संस्कृति का हमेशा ख्याल रखते हैं वही शहरों के लोग पाश्चात्य संस्कृति को अधिक ,मान देते हैं और अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं।

शहरी जीवन की विशेषताएं Characteristics of Urban Life in Hindi

शहरों में निवास करने वाले लोगों को रोजगार पाने के लिए अधिक परिश्रम नहीं करना पड़ता। क्योंकि बड़े शहरों में कामकाज बहुत आसानी से मिल जाता है। जबकि गांवों और कस्बों में रोजगार  के लिए लोगों को बहुत दिक्कत होती है।

शिक्षा के लिए शहरों में बड़े-बड़े स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी खोले जाते हैं जहां विद्यार्थियों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दी जाती है। शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ाने वाले टीचर और प्रोफेसर अपने विषय में विद्वान और उच्च गुणवत्ता वाले होते हैं।

शहरी क्षेत्रों में बड़ी इमारतों और आवासों का निर्माण किया जाता है जो बेहतरीन सुविधाओं से युक्त होता है। इन आवासों में 24 घंटे बिजली की सुविधा प्रदान की जाती है।

परिवहन के लिए शहरों में पक्की सड़कें बनाई जाती है तथा इसके अलावा बस, ट्रेन, मेट्रो ट्रेन और टैक्सी जैसे बहुत से  साधन होते हैं।

बड़े व्यापारी अपने ज्यादातर व्यापार को शहरी लोगों से ही करते हैं क्योंकि शहरों में उन्हें अधिक मुनाफा मिलता है। बड़े-बड़े शहरों में उद्योग और धंधे विकसित होने  की संभावना कई अधिक होती है।

शहरी जीवन की समस्याएँ Problems of City Life in Hindi

इस बात में कोई दो राय नहीं है की शहरी जीवन ग्रामीण जीवन के मुकाबले कई गुना अच्छा और सुविधा पूर्ण होता है। लेकिन शहरी जीवन इतना भागदौड़ भरा और व्यस्त होता है जहां लोगों को अपने रिश्तेदारों से मिलने का भी समय नहीं मिल पता।

विकास के नाम पर शहरों में बड़े-बड़े उद्योग और कारखाने खोले जाते हैं। जिन से निकलने वाले केमिकल्स भूमि तथा वातावरण को प्रदूषित करते हैं। यही कारण है कि आज के समय में  पर्यावरण में ऑक्सीजन की मात्रा घट गई है।

बिना किसी तैयारी के रोजगार के लिए शहरों की ओर पलायन करते लोगों के रहने की व्यवस्था नहीं हो पाती है जिसके कारण उन्हें झोपड़ी और झुग्गियों में रहना पड़ता है। लोगों के द्वारा स्वच्छता न रखने के कारण प्रदूषण और अनेकों तरह की बीमारियां उत्पन्न होती हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोगों को शहरों में रहने के लिए बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और शहरी जीवन उनके लिए बेहद खर्चीला भी होता है। गांव की अपेक्षा शहरों में फल और सब्जियां तथा खाने-पीने की अन्य वस्तुएं बहुत महंगी होती हैं।

शहरों में वाहनों की संख्या बेहद अधिक होती है। जिसके कारण ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण से पर्यावरण को खूब क्षति पहुंचती है।

शहरी जीवन: वरदान या अभिशाप Urban Life: Boon or Curse

शहर में जरूरत की लगभग सभी सुविधाएं उपलब्ध होती हैं। यहां सभी सुविधाओं से संपन्न अस्पतालों में विद्वान डॉक्टर होते हैं। आधुनिक तकनीकों और मशीनों से किसी भी बीमारी का इलाज आसानी से किया जाता है। शहरों में व्यापारिक और औद्योगिक केंद्र स्थित होते हैं जो लोगों को रोजगार देने का भी कार्य करते हैं।

विद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय तक शिक्षा के लिए सभी तरह की सुविधाएं होती हैं। शहरी क्षेत्रों में मनोरंजन के लिए बड़े बड़े सिनेमाघर बनाए जाते हैं।

कहते हैं कि हर सिक्के के 2 पहलू होते हैं। उसी प्रकार शहरी जीवन में अनेकों परेशानियां भी होती हैं। यहां के लोग स्वार्थ से भरे रहते हैं और बनावटी जीवन जीते हैं।

शहरों में बढ़ती जनसंख्या के कारण रोजगार के साधन भी मुश्किल से प्राप्त हो पाते हैं जिसके कारण कुछ लोग अपराधों के जरिए अपना गुजारा करते हैं जैसे- चोरी, डकैती, लूटमार इत्यादि।

शहरी जीवन के अनेकों लाभ है। लेकिन अनुचित  कार्य करने के कारण यह एक अभिशाप की तरह प्रतीत होता है।

बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को अलग-अलग तरह की बीमारियां हो जाती हैं। विज्ञान के अनुचित उपयोग के कारण शहरी जीवन को अभिशाप में बदलने में अधिक वक्त नहीं लगता है।

शहरी जीवन पर 10 वाक्य Few Lines on City Life in Hindi

  • शहर में निवास करने वाले लोगों को रोजगार से जुड़े साधन अत्यंत आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं।
  • देश के बड़े-बड़े नेता और अभिनेता शहरों में रहते तथा रहिशी वाली जिंदगी जीते हैं।
  • बड़े-बड़े सरकारी दफ्तर और न्यायालय केवल शहरों में ही बनाए जाते हैं।
  • आबादी की दृष्टि से दुनिया का सबसे बड़ा शहर चाइना का शंघाई शहर है।
  • भारत का सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर महाराष्ट्र का मुंबई शहर है।
  • शहरों में बड़ी बड़ी बिल्डिंग और आवासों का निर्माण किया जाता है।
  • यहां बिजली  की सुविधा 24 घंटे उपलब्ध रहती है।
  • व्यापक संचार माध्यम के कारण शहरी जीवन ग्रामीण जीवन के मुकाबले अधिक सुविधा पूर्ण होता है।
  • फल फूल, सब्जियां अन्य खाद्य पदार्थ शहरों में  बहुत अधिक मांगे होते हैं।
  • शहरी लोगों की दिनचर्या बहुत व्यस्त होती है। 

निष्कर्ष Conclusion

इस लेख में आपने शहरी जीवन पर निबंध (Essay on City Life in Hindi) पढ़ा। आशा है यह लेख आपको पसंद आया हो। अगर यह निबंध आपको अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरुर करें।

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Essay on My Village in Hindi: जानिए मेरे गांव पर स्टूडेंट्स के लिए 100, 200 और 500 शब्दों में निबंध

my city essay in hindi

  • Updated on  
  • अक्टूबर 23, 2023

Essay on my village in Hindi

ऊंची-ऊंची पहाड़ियों और हरी-भरी हरियाली के बीच बसा मेरा गांव सिर्फ एक ज्योग्राफिक लोकेशन से कहीं अधिक है। यह मेमोरीज, ट्रेडिशंस और क्लॉज कम्यूनिटीज की एक टेपेस्ट्री है। ग्रामीण जीवन के आकर्षण और महत्व के लिए सभी को जानकारी होनी चाहिए। प्रत्येक स्कूल या कॉलेज की परीक्षाओं में गांव पर निबंध के प्रश्न पूछे जाते हैं, Essay On My Village In Hindi, My village essay in Hindi के बारे में जानकारी यहां दी गई है। 

This Blog Includes:

मेरा गांव 100 शब्दों में निबंध, मेरा गांव 200 शब्दों में निबंध, गांव का जीवन कैसा होता है, गांव का वातावरण तथा काम, गांवों का महत्व, गांवों पर कोट्स, गांव के जीवन से जुड़े तथ्य.

मेरा गांव मेरे दिल में बसता है। मेरा एक छोटा सा गांव है, जो शांति और सामाजिक सांझ के माहौल के लिए बहुत प्रसिद्ध है। गांव के सभी लोग अपने साथी गांववालों के साथ एक परिवार की भावना से रहते हैं। हमारे गांव के आस-पास प्राकृतिक सौंदर्य और यहां की हरियाली सबसे ख़ास है। वहां के खेतों में फसलें उगती हैं और आकाश में चिड़ियों का गुंथन अमित सौंदर्य का दर्शन कराता है।

गांव के लोग एक साथ खेलते हैं, मिलकर मनाते हैं और साथ में प्रयास करते हैं। हमारे गांव में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं। मेरे गांव का माहौल शांतिपूर्ण है और यहां की सांझा कुछ ख़ास है। यहां के लोग एक-दूसरे के साथ एक गांव की भावना से जुड़े रहते हैं और हमारे गांव को अद्वितीय बनाते हैं। मेरे गांव के लोग समृद्धि और समरसता के प्रतीक हैं। हम विभिन्न जातियों और धर्मों के लोगों के साथ मिलकर रहते हैं और एक दूसरे की सहायता करने में समर्थ हैं।

हमारे गांव में कई पर्व और त्योहार मनाए जाते हैं, जिनमें सभी लोग भाग लेते हैं। यहां के उत्सव और मेले गांव को रंगीन बनाते हैं।

मेरे गांव का नाम रामगढ़ है। यह उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में स्थित है। रामगढ़ मेरी जन्मभूमि है। यह पूरी तरह से प्रकृति से घिरा हुआ है। हमारा यह गांव सुंदरता, ताजगी और शांति काभरा हुआ स्वर्ग है। मेरे गांव में हर यहां साल तरह-तरह के फल, फूल उगते हैं। मेरे गाँव में लगभग 500 से भी अधिक घर बने हुए हैं। यहां करीब दो हजार लोग रहते हैं।  हमारे गांव में सभी प्रकार के धर्मों के लोग प्रेम और सुख-शांति से रहते हैं। 

मेरे गाँव में बच्चों के पढ़ने के लिए एक प्राइमरी स्कूल है और एक हाई स्कूल भी बना है। मेरे गाँव में डाक भेजने के लिए एक पोस्ट ऑफिस और मरीजों के उपचार के लिए एक अस्पताल भी है। मेरा गाँव का आज के समय के कम्युनिकेशन सिस्टम के मामले में बहुत डेवलप है। गाँव की पंचायत सड़क के माध्यम से पास के भारत के नेशनल हाईवे से जुड़ा हुआ है। हमारे गाँव की सभी मुख्य सड़कें पक्की हैं तथा वाहनों के आने जाने के लिए बहुत चौड़ी हैं।

हमारे गांव में अलग-अलग प्रोफेशंस के लोग रहते हैं, लेकिन मुख्यत: हमारे गांव के अधिकतर लोग किसान हैं। इसके साथ गांव के कुछ लोग मछली पकड़ने, बुनाई, हस्तशिल्प, दुकानदारी आदि से जुड़े हैं। इसके अलावा, कुछ लोग मजदूर के रूप में भी काम करते हैं। एक गाँव का एक मुख्य बाज़ार भी है जो एक सप्ताह में दो लोगों की खरीद दारी के लिए एक बार आयोजित होता है। इसकी वजह से गांव में लोगों के अपने पसंद की चीजें खरीदने और बेचने के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। हमारे गाँव का तथा उसके आस-पास का मौसम बहुत अधिक सुहावना और सुन्दर है। यहां ताजी हवा और ऑक्सीजन मिलना संभव है। गांव में पीने का पानी स्वच्छ है एवं यह प्रदूषण मुक्त है मेरा गाँव दिन प्रतिदिन प्रगति कर रहा है। गांव का प्रत्येक बचा शिक्षा की ओर बढ़ रहा है और कई सारे छात्र पढ़ाई के लिए विदेश भी जा पा रहे हैं। मुझे अपने इस गांव पर बहुत अधिक गर्व है।

मेरा गांव 500 शब्दों में निबंध

My village essay in Hindi 500 शब्दों में निबंध दिया गया है-

मेरा गाँव आबादी में छोटा लेकिन मनमोहक है, यह मेरे दिल में एक बहुत ही विशेष स्थान रखता है। मेरा गांव प्रकृति की गोद में बसा हुआ है। यह शांति, सादगी और प्रेम से रहने वाले लोगों के घनिष्ठ समुदाय की भावना का प्रतीक है। हमारी तेजी से भागती हुई दुनिया में गांव दुर्लभ होता जा रहा है। वास्तव में मेरे गाँव की प्राकृतिक सुंदरता और जीवनशैली वास्तव में असाधारण है। यह गांव मेरे लिए यह एक ऐसा स्वर्ग है जहाँ समय धीमा लगता है, और ग्रामीण स्तर का जीवन का सार अपनी अलग ही महिमा में प्रकट होता है।

गांव का जीवन अपने प्राकृतिक सुंदरता और शांति से भरपूर होता है। यहां के लोग साथ में मिलकर सादगी और समरसता के साथ रहते हैं। खेतों में उगती हरियाली, गायों के विसर्पण की गंध और आसमान में चिड़ियों की चहचहाहट गांव का वातावरण सुखद बनाती हैं।

सबका एक-दूसरे के साथ एक खास रिश्ता है। समुदाय में उत्सव और त्योहारों का आयोजन होता है, जो लोगों को एकसाथ लाता है। खेती-बाड़ी के कामों के साथ-साथ गांव में विभिन्न शिक्षा और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है।

गांव में लोग आपसी सहायता करते हैं और एक-दूसरे के साथ साथीपन के भावना से जुड़े रहते हैं। यहां के बच्चे अपनी पारंपरिक भूमिकाओं और मौलिक विद्या को अपनाते हैं। गांव का जीवन नगरों की भागमभाग की भीड़-भाड़ से मुक्त है। यहां के लोग अपने विशेष संस्कृति और लोककला को बचाए रखते हैं। इस प्रकार, गांव न केवल एक स्थान है, बल्कि एक आत्मा का निवास है जो सदैव लोगों के दिलों में बसता है।

गांव का वातावरण स्वच्छ, प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर और शांतिपूर्ण होता है। पेड़-पौधों की हरियाली, नदियों का मनमोहक संगीत, और खुले आकाश के नीले रंग का दृश्य गांव को अद्वितीय बनाता है। गांव के लोग प्राथमिक रूप से कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में लगे होते हैं। खेतों में फसलों की खेती, गाय और भैंसों के पालन-पोषण के काम में लोग लगे रहते हैं। सबका एक-दूसरे के साथ साथीपन के भावना से जुड़ा होता है, और वे आपसी सहायता करते हैं। किसान अपनी मेहनत और ज़िम्मेदारियों के साथ-साथ गांव की सामृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं। वे अपने कामों में मन, धन, और मेहनत लगाते हैं ताकि वे अच्छी खेती और पशुपालन कर सकें।

गांव का वातावरण खुद में ही एक शिक्षा है, जो लोगों को समरसता, गरिमा, और सादगी का महत्व सिखाता है। यहां के लोग अपने रोज़मर्रा के कामों में संतुष्ट रहते हैं और प्रकृति के साथ एक साथ जीने का आनंद लेते हैं। गांव में किसान अपने खेतों की देखभाल करते हैं, जो मुख्य रूप से फसलों की उपज बढ़ाने के लिए होते हैं। यहां की परंपरागत खेती तकनीकों का प्रयोग करती है और मौसम के अनुसार खेतों की जोड़बंदी करती है।

गांव के लोग बच्चों की शिक्षा को महत्व देते हैं और विद्या में उच्च योग्यता के लिए प्रयासरत होते हैं। स्थानीय स्कूल और साक्षरता अभियानों के माध्यम से वे शिक्षा को बढ़ावा देते हैं ताकि आने वाली पीढ़ियों का भविष्य बेहतर हो सके। गांव का जीवन खुद में एक शिक्षा है, जो सामृद्धि के लिए मेहनत, जोश, और साझेदारी की महत्वपूर्ण भावना सिखाता है। गांव में लोगों के बीच सहयोग और सामाजिक सांझा गांव की गरिमा को बनाए रखते हैं और यहां का जीवन अपनी अलगीपन में अनुभव करने का अवसर प्रदान करता है।

गाँव किसी भी देश के सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय परिदृश्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनका महत्व समाज के विभिन्न पहलुओं और राष्ट्र के समग्र विकास से गहराई से जुड़ा हुआ है।  गांवों के महत्व को उजागर करने वाले कुछ प्रमुख कारण यहां दिए गए हैं-

  • कृषि का केंद्र: गाँव कृषि की रीढ़ हैं, जो अधिकांश भोजन का उत्पादन करते हैं जो ग्रामीण और शहरी दोनों आबादी का भरण-पोषण करता है।  वे फसल की खेती, पशुधन पालन और अन्य कृषि गतिविधियों में संलग्न हैं।  गांवों का कृषि उत्पादन न केवल देश का पेट भरता है, बल्कि निर्यात के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है।
  • संस्कृति का संरक्षण: गाँव अक्सर परंपराओं, संस्कृति और विरासत के भंडार होते हैं।  वे सदियों पुराने रीति-रिवाजों, अनुष्ठानों और प्रथाओं को कायम रखते हैं जो किसी देश की पहचान के लिए अंतर्निहित हैं।  ये अनूठी परंपराएँ किसी राष्ट्र की सांस्कृतिक विविधता को जोड़ती हैं और उसके इतिहास के एक जीवित संग्रहालय के रूप में काम करती हैं।
  • रोज़गार के अवसर: गाँव रोज़गार का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं, विशेषकर कृषि क्षेत्र में।  वे खेती, पशुपालन और विभिन्न अन्य संबंधित गतिविधियों में रोजगार प्रदान करते हैं।  इसके अलावा, गांवों में लघु-स्तरीय कुटीर उद्योग कई निवासियों को आजीविका के अवसर प्रदान करते हैं, जिससे शहरी प्रवास कम होता है।
  • पर्यावरण संतुलन: गाँव अक्सर प्रकृति से घनिष्ठ संबंध बनाए रखते हैं।  ग्रामीण पर्यावरण जैव विविधता के लिए आवश्यक है, और कई गाँव जंगलों, नदियों और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षक हैं।  वे पारिस्थितिक संतुलन और स्थिरता बनाए रखने में योगदान देते हैं।
  • शहरी क्षेत्रों के लिए आपूर्ति श्रृंखला: गाँव शहरी क्षेत्रों में कच्चे माल, खाद्य उत्पाद और श्रम की आपूर्ति करते हैं, जिससे शहरों के कामकाज में सहायता मिलती है।  वे आवश्यक संसाधनों के स्रोत हैं जिन पर शहरी आबादी भरोसा करती है, जिससे शहरी जीवन का सुचारू संचालन सुनिश्चित होता है।
  • शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएँ: हालाँकि कुछ गाँवों में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा तक पहुँच सीमित हो सकती है, लेकिन उनमें धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।  ग्रामीण आबादी के लिए गाँव के स्कूल और स्वास्थ्य सेवा केंद्र आवश्यक हैं, जिससे शिक्षा और चिकित्सा सेवाएँ उन लोगों के लिए सुलभ हो जाती हैं जिन्हें अन्यथा उन तक पहुँचने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती।
  • हस्तशिल्प को बढ़ावा: कई गाँव अपने अद्वितीय हस्तशिल्प और कुटीर उद्योगों के लिए जाने जाते हैं।  वे पारंपरिक कला और शिल्प उत्पादों का उत्पादन करते हैं, सांस्कृतिक विविधता में योगदान करते हैं और कारीगरों के लिए आय का स्रोत प्रदान करते हैं।
  • सामाजिक एकजुटता: गांवों में अक्सर समुदाय और सामाजिक जुड़ाव की मजबूत भावना होती है।  गांवों में लोग एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानते हैं, जिससे अपनेपन और आपसी सहयोग की भावना को बढ़ावा मिलता है।

मेरा गाँव सिर्फ एक भौगोलिक स्थान नहीं है;  यह यादों, परंपराओं और समुदाय की मजबूत भावना से भरी जगह है।  हमारे इस गांव के महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता।  यह हमारी जड़ों, हमारे मूल्यों और जीवन के सरल लेकिन गहन तरीके की याद दिलाता है जिसे हममें से कई लोग प्रिय मानते हैं।  जैसे-जैसे हम तेजी से बदलती दुनिया में आगे बढ़ रहे हैं, हमारे गांवों के महत्व को याद रखना और उनके विकास और संरक्षण की दिशा में काम करना महत्वपूर्ण है।  केवल ऐसा करके ही हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि ग्रामीण जीवन का आकर्षण, संस्कृति और सार आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारे जीवन और हमारे राष्ट्र को समृद्ध बनाते रहें।  मेरा गाँव हमेशा मेरे दिल में एक विशेष स्थान रखेगा, एक ऐसी जगह जहाँ अतीत वर्तमान से मिलता है, और जहाँ एकजुटता और लचीलेपन की भावना पनपती है।

My Village Essay In Hindi के ऊपर कोट्स यहां दिए गए हैं-

  • गाँव वे हैं जहाँ आपको असली लोग, असली दोस्त, असली रिश्ते और असली सुंदरता मिलती है। – इटालो कैल्विनो
  •  गाँव में जीवन शांत हो सकता है, लेकिन नीरस नहीं है। यह सरल और समृद्ध दोनों हो सकता है।  – ओरिकुची शिनोबू
  • गांव में आप अभी भी धरती के सांस लेने की आवाज सुन सकते हैं।  – विलियम डॉयल
  • गांव खुली किताबों की तरह हैं; वे परंपराओं, संस्कृति और पीढ़ियों के ज्ञान की कहानियां सुनाते हैं। – अज्ञात
  • किसी राष्ट्र का दिल उसके गांवों में होता है, जहां लोगों की आत्मा बसती है। – महात्मा गांधी

My village essay in Hindi के जीवन से जुड़े तथ्य यहां दिए गए हैं-

  • बलिया, एक गाँव जो दूषित पानी के कारण आर्सेनिक विषाक्तता की समस्या का सामना कर रहा था, ने इस समस्या पर सफलतापूर्वक काबू पा लिया है, जिससे इसके निवासी आर्सेनिक विषाक्तता के हानिकारक प्रभावों से मुक्त हो गए हैं। भारतीय गांवों के बारे में ये सात उल्लेखनीय तथ्य हैं जो आपको आश्चर्यचकित कर सकते हैं।
  • गुजरात के साबरकांठा जिले के एक छोटे से गांव पुंसारी ने व्यापक CCTV कवरेज सहित अपने उन्नत बुनियादी ढांचे के लिए ध्यान आकर्षित किया है। गांव में वाईफाई और वातानुकूलित कक्षाओं जैसी सुविधाएं हैं, जो इसे काफी उल्लेखनीय बनाती हैं।
  • मेघालय का एक गांव मावलिनोंग अपने मातृसत्तात्मक समाज के लिए जाना जाता है। 2003 में, डिस्कवर इंडिया पत्रिका ने इसे “एशिया का सबसे स्वच्छ गांव” करार दिया। आगंतुकों का दावा है कि यहां एक भी सिगरेट का बट नहीं मिलेगा।
  • बिहार का एक सुदूर गांव धरनई, लगभग तीन दशकों से बिजली की कमी के कारण रात में अंधेरे से पीड़ित था। हालाँकि, सौर ऊर्जा प्रणाली की बदौलत अब इसमें पर्याप्त रोशनी है।
  • केरल का एक गाँव, पोथनिक्कड़, प्राथमिक से लेकर उच्च विद्यालय स्तर तक, निजी संस्थानों सहित अपने उत्कृष्ट स्कूलों की बदौलत 100 प्रतिशत साक्षरता दर का दावा करता है।
  • महाराष्ट्र में स्थित हिवरे बाज़ार, पोपटराव पवार के प्रयासों की बदौलत एक संघर्षरत गाँव से एक समृद्ध गाँव में बदल गया। गाँव ने नशीले पदार्थों पर प्रतिबंध लगा दिया और पशुपालन और वर्षा जल संचयन जैसी गतिविधियों में निवेश को प्रोत्साहित किया।
  • कर्नाटक का एक गांव कोकरेबेल्लूर अपने पक्षी-अनुकूल समुदाय के लिए प्रसिद्ध है। यहां के निवासी पक्षियों के साथ सौहार्दपूर्ण ढंग से रहते हैं, जो भारत के कई अन्य स्थानों से बिल्कुल अलग है, जहां पक्षियों को अक्सर फसल के कीटों के रूप में देखा जाता है।

My village essay in Hindi के लिए टिप्स निम्न हैं- 1. आकर्षक परिचय : एक आकर्षक परिचय के साथ शुरुआत करें।  पाठक को आकर्षित करने के लिए किसी कहानी, तथ्य या संक्षिप्त विवरण का उपयोग करें। 2 . विवरण: अपने गाँव का स्पष्ट चित्र चित्रित करें।  इसके स्थान, प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन करें और संवेदी विवरण का उपयोग करें। 3 . विशिष्टता को उजागर करें: चर्चा करें कि आपके गांव को क्या अद्वितीय बनाता है, जैसे परंपराएं, स्थलचिह्न, या जीवन शैली, और उनके महत्व को समझाएं। 4. व्यक्तिगत अनुभव: अपने निबंध को प्रासंगिक बनाने के लिए गाँव में अपनी व्यक्तिगत यादें और अनुभव साझा करें। 5 . समुदाय और संस्कृति: परंपराओं, त्योहारों और लोगों की गर्मजोशी सहित समुदाय और स्थानीय संस्कृति की भावना का अन्वेषण करें। बताएं कि इन पहलुओं ने गांव के बारे में आपकी धारणा को कैसे आकार दिया है।

गांवों में पाई जाने वाले मुख्य जीवित प्राणी जो की शहरों में आसानी से नहीं मिलते वे हैं: गाय, बकरी, भैंस, पक्षियों, इंसान, बिल्ली, तितली, कुत्ता, पौधे और पेड़ हैं। 

गाँव में अधिकतर किसान रहते हैं और वार कृषि, पशुपालन, मछली पालन और मजदूरी करते है। हालांकि वर्तमान समय से गांव तेजी से डेवलप हो हैं और गांवों के लोग सिर्फ कृषि पर निर्भर ना होकर नए रोजगार के साधन अपना रहे हैं। 

आशा है कि आपको इस ब्लाॅग में Essay on my village in Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग इवेंट्स ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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मेरा शहर मुंबई पर निबंध - My City Mumbai Essay in Hindi

मेरा शहर मुंबई पर निबंध: मुंबई को मायानगरी आया सपनो का शहर के नाम से भी जाना जाता है। ये महाराष्ट्र की राजधानी और भारत की वित्तीय राजधानी है। यह शहर स

मेरा शहर मुंबई पर निबंध - My City Mumbai Essay in Hindi

मुंबई को मायानगरी आया सपनो का शहर के नाम से भी जाना जाता है। ये महाराष्ट्र की राजधानी और भारत की वित्तीय राजधानी है। यह शहर सपनों, ऊंचाइयों, चकाचौंध और विविधताओं का अद्भुत संगम है। मेरा मुंबई, भारत का द्वार कहलाता है इसीलिए शायद मुंबई कभी भी किसी का बाहरी नहीं मानता। यहाँ हर जाति, धर्म और भाषा के लोग मिल-जुलकर रहते हैं, और अपने सपनों को पूरा करने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर चलते हैं।

मेरा शहर मुंबई पर निबंध - My City Mumbai Essay in Hindi

मुंबई का इतिहास

मुंबई का इतिहास समृद्ध और विविधताओं से भरा हुआ है। सोलहवीं शताब्दी में यह सात छोटे द्वीपों का समूह था, जहाँ कोलियों का समुदाय रहता था। इन द्वीपों के रणनीतिक महत्व को देखते हुए, पुर्तगालियों ने 17वीं शताब्दी में इन पर कब्जा कर लिया और इसका नाम "बम्बई" रखा। बाद में, 1661 में, दहेज स्वरूप यह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के हाथों में आ गया। धीरे-धीरे यह व्यापार का केंद्र बन गया, और बीसवीं शताब्दी में भारत का सबसे बड़ा शहर के रूप में उभरा।

मुंबई की संस्कृति

मुंबई एक बहुसांस्कृतिक शहर है, जहाँ भारत के सभी कोनों से लोग रहते हैं। यहाँ हिंदी, मराठी, गुजराती, सिंधी सहित कई भाषाएँ बोली जाती हैं। हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, जैन और पारसी समुदाय के लोग मिल-जुलकर रहते हैं। इसी कारण मुंबई पूरे साल रंगारंग त्योहारों से सराबोर रहता है। दस दिन चलने वाले गणेश चतुर्थी समारोह में, भक्त गणपति जी की की मूर्तियों को घर लाकर पूजा-अर्चना करते हैं और गणपति बप्पा के भव्य जुलूस निकलते हैं। वहीं, जन्माष्टमी पर रात भर मंदिरों में भजन-कीर्तन होते हैं, दही हांडी की प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। ईद के मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोग नए कपड़े पहनकर सेवईं खाते हैं और एक-दूसरे को मुबारकबाद देते हैं।क्रिसमस के दौरान चर्च रोशनी और सितारों से जगमगाते हैं, तो नया साल आते ही धमाकेदार आतिशबाजी का नजारा देखने को मिलता है।

मुंबई के दर्शनीय स्थल

मुंबई में घूमने के लिए कई दर्शनीय स्थल हैं, जैसे कि गेटवे ऑफ इंडिया, मरीन ड्राइव, जुहू बीच, छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय, एलिफेंटा गुफाएं, और सिद्धिविनायक मंदिर। मणिभवन, महात्मा गांधी के जीवन दर्शन को समेटे हुए, शांति और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। तो हाजी अली दरगाह मुस्लिम समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है और इसकी शांत और भव्य वास्तुकला पर्यटकों को आकर्षित करती है। इनके अलावा, मुंबई में महालक्ष्मी मंदिर, फिल्म सिटी, संजय गाँधी राष्ट्रीय उद्यान व कई अन्य दर्शनीय स्थल हैं। 

सपनों का शहर:

मुंबई, जिसे "सपनों का शहर" भी कहा जाता है, हिंदी फिल्म उद्योग, यानी बॉलीवुड का घर है। यहाँ, सड़कों पर हर कोई कलाकार बनने का सपना देखता है। यह शहर सभी को अवसर देते है चाहे आप अभिनेता बनना चाहते हों या गायक, संगीतकार बनना चाहते हों या पटकथा लेखक बनना चाहते हों। फिल्म इंडस्ट्री के कई दिग्गज, अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, और दीपिका पादुकोण जैसे कलाकार, भी कभी इसी मुंबई में अपने सपनों को पंख लगाने आए थे। यहाँ सफलता आसानी से नहीं मिलती, लेकिन जो लोग हार नहीं मानते और लगातार प्रयास करते हैं, उन्हें अक्सर सफलता मिल ही जाती है।

विरोधाभासों का शहर:

मुंबई सिर्फ ग्लैमर की चकाचौंध तक ही सीमित नहीं है, यह विरोधाभासों का शहर भी है। यहाँ चकाचौंध भरी इमारतों के साथ-साथ झुग्गी-झोपड़ियां भी हैं। यहाँ अमीरों की ऐशो-आराम के साथ-साथ गरीबों की संघर्ष भी है।यहाँ गरीबी, असमानता, और अपराध जैसी समस्याएं भी हैं। शहर की तेज़ी से बढ़ती आबादी, प्रदूषण, और ट्रैफिक जाम जैसी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है।

निष्कर्ष:

इन सबके बावजूद, मुंबई मेरा शहर है, और मैं इस पर गर्व करता हूँ। यह शहर मुझे सपने देखने और उन्हें पूरा करने की प्रेरणा देता है। मुझे उम्मीद है कि एक दिन मुंबई अपनी सभी समस्याओं से मुक्त हो जाएगा और यह और भी अधिक बेहतर, समृद्ध, और खुशहाल शहर बन जाएगा।

मुंबई के बारे में महत्वपूर्ण प्रश्न (FAQs):

  • मुंबई घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?

मुंबई घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का होता है, जब मौसम सुहावना होता है। बारिश के मौसम (जून से सितंबर) में भी मुंबई का अपना एक अलग ही आकर्षण होता है, लेकिन भारी बारिश यात्रा में बाधा डाल सकती है।

  • मुंबई में घूमने के लिए किन स्थानों को देखना चाहिए?

मुंबई दर्शनीय स्थलों का खजाना है। कुछ प्रमुख स्थानों में शामिल हैं: गेटवे ऑफ इंडिया, मरीन ड्राइव, जुहू बीच, छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय, एलिफेंटा गुफाएं, सिद्धिविनायक मंदिर, हाजी अली दरगाह, फिल्म सिटी, और संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान।

  • मुंबई में क्या खाना चाहिए?

मुंबई स्ट्रीट फूड के लिए प्रसिद्ध है। आप वड़ा पाव, भेल पूरी, समोसा, पाव भाजी, दही वड़ा, और पानी पूरी जैसे स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठा सकते हैं। इसके अलावा, दक्षिण भारतीय व्यंजन जैसे डोसा और इडली भी काफी लोकप्रिय हैं। 

  • मुंबई में घूमने के लिए क्या साधन सबसे अच्छे हैं?

मुंबई में घूमने के लिए कई विकल्प हैं, जैसे लोकल ट्रेनें, बसें, टैक्सी, और रिक्शा। लोकल ट्रेनें सबसे किफायती विकल्प हैं, लेकिन वे अक्सर भीड़भाड़ वाली होती हैं। टैक्सी और रिक्शा अधिक सुविधाजनक हैं, लेकिन थोड़ी महंगी हो सकती हैं। आप किराये पर कार या स्कूटर भी ले सकते हैं।

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मेरा प्रिय नगर पर निबन्ध | Essay on My favorite City in Hindi

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मेरा प्रिय नगर पर निबन्ध | Essay on My favorite City in Hindi!

निस्संदेह दिल्ली ही प्रिय नगर है । यह केवल ऐतिहासिक नागरी ही नहीं अपितु औद्योगिक नगरी भी है । भारत का हृदय है । सत्ता का केंद्र है तथा विभिन्नताओं से भरा हुआ अपने आप में एक देश है । दिल्ली भारत की राजधानी है ।

यहाँ मंत्रालयों, कार्यालयों तथा होटलों का बड़ी-बड़ी तथा ऊँची-ऊँची इमारतें तथा सड़कों पर लोगों तथा वाहनों की भीड़ देखने को मिलती है । प्राचीन काल से ही यह राजनीतिक गतिविधियों का केन्द्र रहा है । कहते हैं कि एक राजा ने अपने राज्य को स्थिर रखने के उद्‌देश्य से धरती में एक कीली गड़वाई । शीघ्र ही उसने कीली की जाँच करनी चाही ।

उसने कीली को उखाड़ा । कीली पर खून के निशान थे कहते हैं कि यह खून शेषनाग का था । कीली दुबारा गड़वाई गई । किन्तु यह ढीली रह गई तभी से इस नगर को पहले दिली और कुछ समय बाद दिल्ली कहा जाने लगा । यह ऐतिहासिक नगर है । प्राचीन काल में इसका नाम इन्द्रप्रस्थ था ।

यह मुस्लिम तथा मुगल शासकों की राजधानी रहा है । अंग्रेज शासकों ने भी दिल्ली को ही अपनी राजनीतिक गतिविधियों का मुख्यालय बनाया । अत: स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद दिल्ली को ही भारत की राजधानी के रूप में चुना गया । दिल्ली का अपना एक लम्बा इतिहास है । यहाँ की सुन्दर तथा भव्य इमारतें अपने युग की कहानी कहती हैं ।

पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास ही चाँदनी चौक का मुख्य बाजार है । यहाँ बड़ी-बड़ी दुकानें हैं । लाखों का व्यापार होता है । हर समय यहाँ लोगों की भीड़ लगी रहती है । इस बाजार में प्रत्येक वस्तु मिल जाती है । चाँदनी चौक के एक ओर जहाँ फतेहपुरी, नई सड़क तथा नगर निगम की भव्य इमारतें हैं ।

वहाँ दूसरी ओर दीवान हॉल, आर्य समाज मन्दिर, गौरी शंकर मन्दिर, जैन मन्दिर, प्रसिद्ध जामा मस्जिद तथा ऐतिहासिक लाल किला की इमारतें हैं । प्रतिदिन हजारों की सख्या में लोग इन धार्मिक तथा ऐतिहासिक इमारतों को देखने दिल्ली आते हैं ।

ADVERTISEMENTS:

दिल्ली का लाल किला एक विशाल तथा आकर्षक इमारत है । इसे मुगल बादशाह शाहजहाँ ने बनवाया था । अब लाल किले की प्राचीर से भारत के प्रधानमंत्री स्वतत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते है । लाल किले के ठीक सामने भव्य जामा मस्जिद है । इसे भी शाहजहाँ ने ही बनवाया था ।

महरोली के निकट प्रसिद्ध कुतुब मीनार को देखने दूर-दूर से लोग आते है विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का यह मुख्य केन्द्र है । हुमायूँ का मकबरा भी दिल्ली की एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक इमारत है । कहते हैं कि इसी इमारत से प्रेरणा पाकर आगरा के विश्व प्रसिद्ध ताजमहल का निर्माण हुआ था । सफदरजंग का मकवरा भी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र है । इसी प्रकार निजामुद्दीन की दरगाह, रहीम का मकबरा, अशोक स्तम्भ तथा जन्तर-मन्तर कुछ और दर्शनीय ऐतिहासिक स्थल हैं । कोई भी दिल्ली आने वाला प्रसिद्ध बिरला मंदिर देखे बिना नहीं जाता ।

अब तो दिल्ली में स्वतंत्र भारत के कुछ और भी दर्शनीय स्थल बन गए हैं । संसद भवन देखने योग्य है । सत्र के दौरान प्रत्येक भारतीय अपने नेताओं को राष्ट्र के सम्बन्ध में बड़े-बड़े निर्णय लेते देख सकता है । राष्ट्रपति भवन भी भव्य दर्शनीय इमारत है । इसे देखने लाखों की संख्या में लोग पहुँचते हैं । पुराना किला भी अच्छा खासा पर्यटक स्थल है । राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की समाधि राजघाट तथा इंडिया गेट को देखने प्रतिदिन हजारों की संख्या में पर्यटक पहुँचते हैं ।

पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली का रूप और भी सजाया और सवांरा गया है । सड़कें चौड़ी कर दी गई है । सड़कों के दोनों ओर वृक्ष लगाए गए हैं । जगह-जगह सुन्दर पार्क विकसित किये गये हैं । कई बड़े-बड़े और सुन्दर मन्दिर खड़े हो गए हैं । यहाँ हर समय भक्तों का मेला लगा रहता है ।

पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली की जनसंख्या में भारी वृद्धि हुई है । परिणामस्वरूप लोगों के आवास और खान-पान से सम्बन्धित अनेकों समस्याएँ उठ खड़ी हुई हैं ।

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Essay on My City

मेरा शहर सिर्फ वह जगह नहीं है जहां मैं रहता हूं बल्कि मेरी पहचान का एक अनिवार्य हिस्सा है। हर किसी के पास अपने शहर की यादें होती हैं और वे हमेशा एक व्यक्ति के जीवन का हिस्सा बने रहते हैं।

मेरे लिए मेरा शहर एक ऐसी जगह है जहां मैंने अपना अधिकांश बचपन बिताया है। यह एक ऐसी जगह है जिसे मैं प्यार करता हूं और अपने पूरे जीवन में रहना चाहता हूं। यह वह जगह है जहां मैं हूं। आपकी परीक्षा में विषय के साथ आपकी मदद करने के लिए अलग-अलग लंबाई के माई सिटी पर निबंध यहां दिए गए हैं। आप अपनी आवश्यकता के अनुसार किसी भी माई सिटी निबंध का चयन कर सकते हैं:

Table of Contents

माई सिटी पर अंग्रेजी में लंबा और छोटा निबंध

माई सिटी निबंध 1 (200 शब्द).

मेरे पिता की एक हस्तांतरणीय नौकरी है और इसलिए हम हमेशा आगे बढ़ते रहते हैं। बचपन से हमने चार शहर बदले हैं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि जयपुर जाने तक कोई एक शहर होगा जिसे मैं वास्तव में घर बुला पाऊंगा। हमें इस जगह पर शिफ्ट हुए अभी सिर्फ दो साल हुए हैं लेकिन यह पहले से ही घर जैसा लगता है।

मुझे इस जगह के बारे में सब कुछ पसंद है – घर से लेकर हमारे स्कूल तक, मेरे पड़ोस से लेकर स्थानीय बाजारों तक, खूबसूरत स्मारकों से लेकर मनोरम भोजन तक। यहाँ सब कुछ बस अद्भुत है। लेकिन जो चीज मुझे इस शहर की सबसे ज्यादा पसंद है, वह है यहां के लोग।

यहां के लोग बहुत गर्म और मिलनसार हैं। जब भी हमारे पिता आधिकारिक दौरों पर बाहर होते हैं, तो हमारी पड़ोस की मौसी मेरी माँ की मदद के लिए हमेशा तैयार रहती हैं। उसके बच्चे भी उसकी तरह ही मिलनसार हैं और मैंने उसकी बेटी में अपना सबसे अच्छा दोस्त पाया है। मैंने अपने स्कूल में कुछ बहुत करीबी दोस्त भी बनाए हैं।

मुझे यह तथ्य भी पसंद है कि इस शहर में तलाशने के लिए बहुत कुछ है। सुंदर कपड़ों और घर की सजावट की वस्तुओं, प्राचीन स्मारकों और सुंदर मंदिरों से भरे कभी न खत्म होने वाले बाजार – मुझे इस शहर के बारे में सब कुछ पसंद है। अंत में, एक जगह है जो मुझे अपना कहने का मन करता है। यह मेरा शहर है और मैं यहां हमेशा के लिए रहना पसंद करूंगा।

माई सिटी निबंध 2 (300 शब्द)

मैं सिर्फ 2 साल का था जब मेरे माता-पिता नोएडा में शिफ्ट हो गए। नोएडा एक नियोजित शहर है जो भारत के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का एक हिस्सा है। यह शहर 17 अप्रैल 1976 को अस्तित्व में आया और इस दिन को हर साल नोएडा दिवस के रूप में मनाया जाता है।

मेरा शहर मेरी जीवन रेखा

मैं पिछले 12 साल से नोएडा में रह रहा हूं। मुझे आज भी अपना पुराना घर याद है जहां मैंने अपनी जिंदगी के 3 साल बिताए थे। हालाँकि, मैं उस समय बहुत छोटा था, फिर भी मेरे पास मेरे पड़ोस में रहने वाले अपने दोस्तों की यादें हैं।

हम पहले 3 साल एक किराए के आवास में रहे और फिर एक सुंदर समाज में अपने फ्लैट में चले गए, जिसमें सभी आधुनिक सुविधाएं हैं। मेरा स्कूल मेरे घर से सिर्फ 3 किमी की दूरी पर है और मेरे माता-पिता का कार्यालय भी पास में है।

नोएडा अपने बड़े मॉल और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के लिए जाना जाता है। दिल्ली और एनसीआर के अन्य हिस्सों से लोग विशेष रूप से इन मॉल में अपने परिवार और दोस्तों के साथ अच्छा समय बिताने के लिए आते हैं। मैंने इन सभी मॉल का दौरा किया है और यहां बिताए मजेदार समय को पसंद करता हूं। हम इन मॉल्स में मूवी, गेमिंग और फैमिली डिनर के लिए भी जाते हैं। पिछले कुछ महीनों से मेरे माता-पिता ने भी मुझे दोस्तों के साथ मॉल जाने की अनुमति देना शुरू कर दिया है, हालांकि वे मुझे उस जगह पर छोड़ देते हैं। इन मॉल्स की सैर बेहद रोमांचक होती है। मुझे विशेष रूप से इन मॉल में गेंदबाजी और एयर हॉकी जैसे विभिन्न खेल खेलना पसंद है।

नोएडा फूडी डिलाइट

नोएडा निश्चित रूप से एक फूडी की खुशी है। इतने सारे कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों के साथ, नोएडा मनोरम स्ट्रीट फूड का केंद्र है। लखनवी कबाब से लेकर चाइनीज मोमोज तक हर तरह की खाने-पीने की चीजें- यहां मिलने वाली हर चीज बहुत ही स्वादिष्ट होती है।

मेरा शहर देश के सबसे अधिक घटित होने वाले शहरों में से एक है। यहाँ सब कुछ बस कमाल है। मैं बस यही कामना करता हूं कि यहां की सरकार भी महिला सुरक्षा को मजबूत करे।

माई सिटी निबंध 3 (400 शब्द)

लखनऊ मेरी जन्मभूमि है। यहीं मेरा परिवार और विस्तारित परिवार रहता है। जब मैं 10 साल का था तब तक हम यहां रहते थे लेकिन लगभग 2 साल पहले हमें राजस्थान जाना पड़ा क्योंकि मेरे पिता के व्यवसाय की मांग थी। मैं और मेरे माता-पिता उदयपुर, राजस्थान चले गए लेकिन मेरे दादा-दादी वहीं रहे। हालाँकि, मेरे पिता का प्रोजेक्ट अब पूरा हो गया है और हम जल्द ही लखनऊ वापस जा रहे हैं। मैं अपना तेरहवां जन्मदिन अपने ही शहर में मनाऊंगा और मैं इसे लेकर बेहद उत्साहित हूं।

लखनऊ की मेरी शुरुआती यादें

हम एक संयुक्त परिवार में रहते थे। मैं अपने माता-पिता और दादा-दादी के साथ रहता था। लखनऊ की मेरी शुरुआती यादें मेरे दादा-दादी, उनकी कहानियों, लखनऊ की गलियों और सप्ताहांत के आसपास के बाजारों की यात्राओं से जुड़ी हैं। मुझे याद है कि मैं अपने दादाजी के साथ मॉर्निंग वॉक पर जा रहा था जो रास्ते में अपने बचपन के अनुभव सुनाया करते थे। मुझे हमारे पिछवाड़े में उगने वाले बोगनविलिया पौधे की ताजगी याद है। मुझे अपनी दादी के साथ सुंदर सफेद संगमरमर के मंदिर की शाम की यात्रा याद है। मुझे हमारे पड़ोस में गली के स्टाल पर ताज़े बने कबाब परांठे की खुशबू याद है। मुझे अपने माता-पिता के साथ बाजार की अपनी सप्ताहांत यात्राएं भी याद हैं। हमने उस दौरान शॉपिंग की और खाया और खूब मस्ती की।

लखनऊ में मेरे पसंदीदा स्थान

लखनऊ अपने बाजारों, अपने शानदार भोजन और खूबसूरत स्मारकों के लिए जाना जाता है। लखनऊ में मेरे पसंदीदा स्थान इमाम बारा, मरीन ड्राइव, हजरत गंज बाजार और भूतनाथ बाजार हैं। मेरे पास इन जगहों की बहुत सारी शौकीन यादें हैं।

मैंने कई बार इमाम बारा का दौरा किया है। जब मैं बहुत छोटा था तब मैं पहली बार अपने माता-पिता के साथ इस जगह पर गया था। कुछ साल बाद मैं अपने स्कूल भ्रमण के एक भाग के रूप में उस स्थान का दौरा किया। हम भी उस जगह गए जब मेरी मौसी और चचेरे भाई हमसे मिलने आए। मैं बार-बार इमाम बारा जा सकता हूं और फिर भी ऊब नहीं सकता।

हम अक्सर शाम को मरीन ड्राइव देखने जाते थे। नदी के किनारे टहलना बेहद कायाकल्प करने वाला था। मुझे अपनी मां के साथ भूतनाथ और हजरत गंज बाजारों की खरीदारी यात्राएं भी पसंद थीं। हम दोनों को खरीदारी करना बहुत पसंद है और हमें वहां मिलने वाली चीजों की विविधता अद्भुत थी।

मैं फिर से नवाबों के शहर में आने का इंतजार नहीं कर सकता। मैं लखनऊ के स्वादिष्ट कबाब और कोरमा के लिए तरस रहा हूं। मैं भी शहर में अपने सभी पसंदीदा स्थानों पर जाना चाहता हूं और अपने पुराने दोस्तों से मिलना चाहता हूं।

माई सिटी निबंध 4 (500 शब्द)

मैं चंडीगढ़ में रहता हूं। मैं यहीं पैदा हुआ और पला-बढ़ा हूं और मुझे बस इस जगह का सार पसंद है। मेरा शहर देश का सबसे खूबसूरत शहर है। यह भारत के सात केंद्र शासित प्रदेशों में से एक है और पंजाब और हरियाणा दोनों की राजधानी है।

इतिहास और शहर की उत्पत्ति

चंडीगढ़ भारत का पहला नियोजित शहर है। इसकी उत्पत्ति स्वतंत्रता के बाद के युग की है। भारत विभाजन के समय पंजाब भी दो भागों में बंट गया था। पंजाब की राजधानी, लाहौर ने नवगठित पाकिस्तान का एक हिस्सा बनाया और इस प्रकार राज्य बिना किसी राजधानी के रह गया। पंजाब को राजधानी देने के उद्देश्य से चंडीगढ़ की योजना बनाई गई थी। 1966 में पूर्वी पंजाब से एक नया राज्य बनाया गया था। इसे हरियाणा के नाम से जाना जाने लगा। चंडीगढ़ पंजाब और हरियाणा दोनों की राजधानी के रूप में कार्य करता है।

चंडीगढ़ शहर – नियोजित और संगठित

चंडीगढ़ एक सुनियोजित शहर के रूप में जाना जाता है। इसकी डिजाइन और वास्तुकला के लिए दुनिया भर में इसकी सराहना की जाती है। चूंकि यह तत्कालीन भारतीय प्रधान मंत्री पं. का सपनों का शहर था। इसकी वास्तुकला के निर्माण में जवाहर लाल नेहरू का विशेष ध्यान रखा गया था। अमेरिकी वास्तुकार, अल्बर्ट मेयर को विशेष रूप से इसकी डिजाइन तैयार करने के लिए बुलाया गया था। लोकप्रिय फ्रांसीसी वास्तुकार ले कॉर्बूसियर ने विभिन्न इमारतों को डिजाइन किया और शहर की वास्तुकला में योगदान दिया। शहर को विभिन्न क्षेत्रों में विभाजित किया गया है और प्रत्येक क्षेत्र का अपना बाजार और आवासीय क्षेत्र है। शहर अच्छी तरह से विभिन्न प्रकार के सुंदर पेड़ों के साथ लगाया गया है।

चंडीगढ़ का मुख्य आकर्षण सुखना झील है जो सेक्टर 1 में एक कृत्रिम झील है। इसे 1958 में बनाया गया था और तब से यह शहर में सबसे अधिक होने वाली जगहों में से एक है।

चंडीगढ़ के लोगों ने उस व्यवस्थित दृष्टिकोण को बनाए रखा है जिसके साथ इसे बनाया गया था। शहर को न केवल अच्छी तरह से डिजाइन किया गया है बल्कि इसे हर तरह से बेहद साफ भी रखा गया है। जैसा कि देश के अन्य भागों में देखा जाता है, आपको आसपास कोई कूड़ा-करकट नहीं मिलेगा। शहर की ट्रैफिक पुलिस बेहद सतर्क है। यहां ट्रैफिक नियम तोड़ने की हिम्मत कोई नहीं कर सकता। हर स्तर पर अनुशासन बनाए रखा जाता है। यहां लोग शांति और सद्भाव से रहते हैं।

सुखना झील – मेरा पसंदीदा स्थान

शहर में मेरा पसंदीदा स्थान बेशक सुखना झील है। जगह दिन पर दिन होती जा रही है। यहां सुबह का माहौल शाम के मुकाबले बिल्कुल अलग होता है। सुबह के समय, जगह शांत और ताज़ी हवा से भर जाती है। आराम करने और आराम करने के लिए यह सबसे अच्छी जगह है। शाम के समय यहां नाव की सवारी और नाश्ते का आनंद लेने वाले लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है। बच्चों के लिए इलेक्ट्रॉनिक झूले भी लगाए गए हैं। शाम के समय यह स्थान चहल-पहल से भरा रहता है। दोस्तों के साथ-साथ परिवार के साथ बाहर जाने के लिए यह एक अच्छी जगह है। मैं उस जगह पर सुबह जल्दी और शाम को भी जा सकता हूं। मुझे यह पसंद है जब यह शांत होता है और साथ ही साथ जब यह लोगों से भरा होता है।

चंडीगढ़ सिर्फ मेरा शहर नहीं है, यह मेरी जीवन रेखा है। मैं अपना सारा जीवन यहीं बिताना चाहता हूं। मुझे नहीं लगता कि मैं किसी अन्य शहर में इतनी खुशी और शांति से रह पाऊंगा।

माई सिटी निबंध 5 (600 शब्द)

मैं दिल्ली में रहता हूँ जब मैं 3 साल का था और मुझे इस शहर से पूरी तरह प्यार है। यहाँ का जीवन तेज़ है, यहाँ के लोग जीवन से भरे हुए हैं और यहाँ आपको जो भोजन मिलता है वह बहुत ही बढ़िया है। भारत की राजधानी, दिल्ली एक समृद्ध ऐतिहासिक अतीत और खूबसूरत इमारतों को बढ़ावा देती है।

दिल्ली का ऐतिहासिक अतीत

दिल्ली का इतिहास 12वीं शताब्दी का है। यह न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में सबसे पुराने बसे हुए शहरों के रूप में जाना जाता है। दिल्ली पर इब्राहिम लोदी, जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर, शेर शाह सूरी, पृथ्वी राज चौहान, कुतुब-उद-दीन ऐबक, जलाल-उद-दीन फिरोज खिलजी, शाह आलम बहादुर शाह प्रथम और अकबर शाह द्वितीय सहित कई शक्तिशाली राजाओं का शासन रहा है। कुछ। विभिन्न सम्राटों द्वारा शहर को कई बार नष्ट और फिर से बनाया गया था।

ऐसा माना जाता है कि पांडव भी देश के इस हिस्से में रहते थे। उस युग के दौरान, शहर को इंद्रप्रस्थ के नाम से जाना जाता था। कहा जाता है कि पुराने किले (पुराना किला) का निर्माण उस समय के दौरान किया गया था।

दिल्ली के खूबसूरत स्मारक

दिल्ली अपने खूबसूरत स्मारकों के लिए जानी जाती है। सदियों से कई शानदार स्मारक खड़े हैं। कई नए भवन बाद में बनाए गए हैं और उतने ही शानदार हैं। इन स्मारकों को देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक दिल्ली आते हैं। यहाँ मेरे शहर के कुछ सबसे लोकप्रिय स्मारकों पर एक नज़र है:

लाल किला दिल्ली के सबसे पुराने स्मारकों में से एक है। लाल बलुआ पत्थर से बने इस किले में विभिन्न संग्रहालय हैं। वास्तुकला का यह शानदार नमूना मुगलों द्वारा 16वीं शताब्दी में बनवाया गया था। मुगल बादशाह यहां करीब 200 साल तक रहे।

  • हुमायूँ का मकबरा

ऐसा कहा जाता है कि हुमायूं का मकबरा अद्भुत ताजमहल की प्रतिकृति है। इसे लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर से बनाया गया है। मकबरा इस्लामी वास्तुकला की फारसी शैली का एक उदाहरण है। यह मकबरा 47 मीटर ऊंचा और 91 मीटर चौड़ा है और यह खूबसूरत फारसी शैली के बगीचे से घिरा हुआ है।

जैसा कि नाम से पता चलता है, यह मंदिर कमल के आकार में बना है। इसमें सफेद संगमरमर से बनी 27 पंखुड़ियां हैं। इसमें नौ दरवाजे हैं जो मुख्य हॉल में खुलते हैं। यह अद्भुत इमारत एक बार में 2500 लोगों को समायोजित करने के लिए काफी बड़ी है।

लोटस टेम्पल एक बहाई पूजा का घर है, हालांकि यह किसी भी धर्म के लोगों के लिए खुला है।

  • कुतुब मीनार

एक और वास्तुशिल्प प्रतिभा, कुतुब मीनार भी लाल बलुआ पत्थर से बना है। इसे कुतुब उद-दीन-ऐबक ने बनवाया था। यह 73 मीटर लंबा भवन यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। इसमें पांच मंजिलें हैं जो सर्पिल सीढ़ियों से जुड़ी हुई हैं।

इंडिया गेट शहर का एक और ऐतिहासिक स्मारक है जो दुनिया भर से कई पर्यटकों को आकर्षित करता है। इस स्मारक पर शहीदों के नाम उत्कीर्ण हैं। इस स्मारक के नीचे प्रज्ज्वलित अमर जवान ज्योति भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि है।

  • अक्षर धाम मंदिर

अक्षर धाम मंदिर भक्ति और पवित्रता का स्थान है। यह दिल्ली में स्मारकों की सूची में नवीनतम जोड़ है। इसे वर्ष 2005 में जनता के लिए खोला गया था। सुंदर नक्काशीदार मंदिर और अन्य अद्भुत इमारतों के अलावा, अक्षर धाम परिसर में हरे भरे बगीचे और जल निकाय शामिल हैं।

मैं इन सभी जगहों पर गया हूं और बार-बार इन जगहों पर जा सकता हूं। मेरे पास इन जगहों की खूबसूरत यादें हैं।

ऐतिहासिक स्मारकों के अलावा, दिल्ली में खरीदारी करने के लिए कई जगहें भी शामिल हैं। इसे निश्चित रूप से एक दुकानदार की खुशी कहा जा सकता है। मुझे विभिन्न बाजारों में जाना पसंद है जो मुझे न केवल अच्छी चीजें खरीदने का मौका देते हैं बल्कि मुझे स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड खाने का भी मौका देते हैं। मैं दिल्ली के अलावा कहीं और रहने की कल्पना नहीं कर सकता।

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My City: Delhi “मेरा शहर: दिल्ली” Essay in Hindi, Best Essay, Paragraph for Class 8, 9, 10, 12 Students.

मेरा शहर : दिल्ली, my city: delhi.

दिल्ली भारत की राजधानी है । यह एक पुराना शहर है । इसे पांडवों ने इन्द्रप्रस्थ के नाम से बसाया था। पांडवों का किला पुराने किले के नाम से प्रसिद्ध है । पृथ्वीराज चौहान ने दिल्ली को अपनी राजधानी बनाई थी। मुगल शासन में भी दिल्ली एक प्रमुख शहर था । शाहजहाँ ने यहाँ लाल किला और जामा मस्जिद का निर्माण कराया था । अँगरेजों ने कोलकाता को अपनी पहली राजधानी बनाई थी । फिर उन्होंने दिल्ली को अपनी राजधानी बना ली। 15 अगस्त, 1947 से दिल्ली स्वतंत्र भारत की राजधानी है।

दिल्ली शहर देश के अन्य शहरों से कुछ अलग स्थान रखता है । यहाँ देश के सभी भागों के लोग रहते हैं । देश का मुख्यालय होने के कारण यहाँ राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केन्द्रीय मन्त्रियों, विदेशी राजदूतों आदि का निवास स्थान है । राष्ट्रपति महोदय अपने सरकारी निवास-स्थान राष्ट्रपति भवन में रहते हैं । यह बहुत विशाल और सुन्दर भवन है । इस भवन के सामने वाली सड़क राजपथ कहलाती है । राष्ट्रपति भवन के आस-पास की इमारतें भी काफी सुन्दर और आकर्षक हैं।

दिल्ली यमुना नदी के तट पर बसी हुई है । दिल्ली के दो भाग हैं। इसके पुराने भाग को पुरानी दिल्ली तथा नए भाग को नई दिल्ली कहते हैं । भारत की राजधानी नई दिल्ली है । यहाँ की सड़कें चौड़ी हैं । यहाँ आधुनिक इमारतें बनी हुई हैं । पुरानी दिल्ली की अपेक्षा नई दिल्ली का अधिक विस्तार हुआ है । सभी प्रमुख सरकारी कार्यालय नई दिल्ली में स्थित हैं।

दिल्ली में ऊँची शिक्षा प्राप्त करने की अच्छी व्यवस्था है। यहाँ देश के विभिन्न भागों से आए लोगों का जमघट लगा ही रहता है । दिल्ली का लगातार फैलाव हो रहा है । दिल्ली तथा इसके आस-पड़ोस के क्षेत्रों में अक प्रकार के उद्योग-धंधे लगे हुए हैं । इनमें लाखों लोग काम करते हैं। लोगों के आने-जाने के लिए बसों तथा लोकल मेट्रो ट्रेनों की अच्छी व्यवस्था है । मेट्रो रेल बनने से दिल्लीवासियों को आवागमन में बहुत आराम हो गया है । रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों से दिल्ली का संपर्क पूरे देश से है । अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से वायुयान दुनिया के सभी प्रमुख स्थानों में जाते हैं। राजधानी दिल्ली में नित्य नई-नई हलचलें होती रहती हैं।

दिल्ली में अनेक दर्शनीय स्थान हैं । इन्हें देखने प्रतिदिन हजारों देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं । इन स्थानों में लाल किला, जामा मस्जिद, पुराना किला, कुतुब मीनार, इंडिया गेट, संसद भवन, लोटस टेम्पल आदि प्रमुख हैं । लाल किला यमुना नदी के किनारे स्थित है । हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस के दिन प्रधानमंत्री यहाँ आकर राष्ट्रीय झंडा फहराते हैं । लाल किले के नेकट ही जामा मस्जिद है । यहाँ हजारों लोग एक साथ नमाज़ पढ़ सकते हैं । चिड़ियाघर और पुराना किला दोनों आस-पास स्थित हैं । कुतुब मीनार महरौली में स्थित है । यह एक सुन्दर पर्यटन स्थल है।

शहीदों की स्मृति में बना इंडिया गेट दिल्ली का एक प्रमख दर्शनीय स्थान है । यहाँ लोग घूमने-फिरने के साथ-साथ नौका विहार का आनंद भी उठाते हैं । राजघाट, शांतिवन, विजय घाट, शक्तिस्थल आदि पर राष्ट्रीय नेताओं की समाधियाँ हैं । लोग यहाँ आकर नेताओं को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं । इनके अतिरिक्त दिल्ली में अनेक बड़े-बड़े बाजार हैं । लोग यहाँ खरीदारी करने आते हैं । दिल्ली भ्रमण से भारतीय संस्कृति की पूरी झलक मिल जाती है।

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